45 साल बाद फिर टूटा ग्लेशियर, ठहर गया दरिया चिनाब
पिछले काफी दिनों से किश्तवाड़ तथा उसके आसपास के इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है जिसके चलते बीती रात को किश्तवाड़ गुलाबगढ़ रोड पर एक बहुत बड़ा ग्लेशियर आया जिसने दरिया के पानी को भी रोक दिया।
किश्तवाड़ (जम्मू), बलबीर सिंह जम्वाल। पिछले काफी दिनों से किश्तवाड़ तथा उसके आसपास के इलाकों में भारी बर्फबारी हो रही है जिसके चलते बीती रात को किश्तवाड़ गुलाबगढ़ रोड पर एक बहुत बड़ा ग्लेशियर आया जिसने दरिया के पानी को भी रोक दिया। रात भर दरिया चिनाब का पानी रुका रहा और धीरे धीरे पानी ने बर्फ को काटा और अपना रास्ता बनाकर दरिया चिनाब का पानी किश्तवाड़ की तरफ रवाना हुआ ।
हालांकि पानी ने अपना थोड़ा सा रास्ता बनाया है पूरी तरह से यह बर्फ दरिया के बीच में से नहीं हटी। इसी के चलते बर्फ का ग्लेशियर गिरने से गलहार सड़क पर भी काफी बर्फ जमा हो गई जिसे ठीक करने में 118 आरसीसी की मशीनें और कर्मचारी शनिवार सारा दिन लगे रहे। यह ग्लेशियर इतना बड़ा था कि बर्फ को हटाने में समय लग जाएगा। लेकिन दरिया के पानी ने बर्फ को काटकर अपना रास्ता बना लिया है। हालांकि सर्दियों की वजह से दरिया चिनाब में पानी कम होता है लेकिन दरिया चिनाब के पानी की रफ्तार इतनी तेज होती है कि उसके आगे बर्फ तो क्या कोई बड़ी दीवार भी नहीं टिक पाती यह बर्फ का ग्लेशियर गलहार में पिछले 45 सालों के बाद आया है ।
45 साल पहले भी ग्लेशियर टूटा था
किश्तवाड़ के बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि आज से 45 साल पहले भी इससे बड़ा ग्लेशियर गलहार में आया था जिसने दरिया चिनाब के पानी को एक बांध की तरह रोक दिया था। लेकिन कई दिनों बाद बर्फ निकली थी और पानी ने अपना रास्ता बनाया था। आज भी उसी तरह का ग्लेशियर चिनाब दरिया में गिरा है। जिस जगह पर यह ग्लेशियर गिरा है उसके ऊपर पहाड़ से और भी बर्फ आने की संभावना जताई जा रही है इसलिए आरसीसी के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर और बड़ी सावधानी से सड़क से बर्फ हटाने का काम कर रहे हैं।
रविवार शाम तक किश्तवाड़-गुलाबगढ़ मार्ग खुलने की संभावना
118 आरसीसी के ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट कर्नल शिव बहादुर सिंह का कहना था कि जहां पर ग्लेशियर आया हुआ है वहां पर बहुत ज्यादा बर्फ सड़क पर जमा हो गई है जिसे हटाने में हमारी मशीनें काम कर रही हैं। अगर रविवार को मौसम साफ रहा तो इस बर्फ को हटाकर वाहनों की आवाजाही को बहाल किया जाएगा।