सीमा पर बिगड़े हालात से सीमावर्ती लोग चिंतित
सतीश शर्मा , बिश्नाह : नौशहरा व हीरानगर की सीमा पर हालात तनावपूर्ण बन गए हैं, जिससे अरनि
सतीश शर्मा , बिश्नाह :
नौशहरा व हीरानगर की सीमा पर हालात तनावपूर्ण बन गए हैं, जिससे अरनिया सेक्टर के लोगों को एक बार फिर चिंता सताने लगी है। मंगलवार को नौशहरा व हीरानगर सेक्टर में पाक सेना ने अचानक गोलाबारी शुरू कर दी, जिससे लोग भयभीत हैं कि अरनिया सेक्टर में भी गोलाबारी न शुरू हो जाए। क्योंकि पिछले छह-सात महीनों से अरनिया बॉर्डर शांत है।
सीमावर्ती गांव चिंगिया निवासी पूर्व सरपंच डॉक्टर रघुवीर ¨सह ने कहा कि अभी पिछले घाव भरे नहीं हैं कि दोबारा गोलाबारी की खबरें सुनकर लोगों में बहुत ज्यादा खौफ पैदा हो रहा है। हमारी भगवान से यही प्रार्थना है कि दोबारा ऐसे हालात न बनें कि हमें एक बार फिर अपने घर छोड़ कर जाना पड़े। उन्होंने कहा कि जब भी फसल लगाने या काटने की बारी आती है तो पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों को दोहराने लगता है और अकारण रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर गोलीबारी करता है, जिससे इंसान व माल मवेशियों का नुकसान होता है।
वहीं, कस्बा अरनिया के पार्षद यशपाल सैनी ने कहा कि जब भी बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण होते हैं तो उसका सीधा असर अरनिया सेक्टर के लोगों की जिंदगी पर पड़ता है और इसका बहुत सारा नुकसान आरनिया के लोग झेल चुके हैं। इसलिए नौशहरा सेक्टर व हीरानगर सेक्टर में हो रही गोलाबारी से हम लोग भयभीत हैं। डरे हुए हैं कि कहीं अरनिया सेक्टर में भी गोलाबारी न शुरू हो जाए। यदि ऐसा होता है तो इतनी सर्दी में हम अपने माल मवेशी व बाल-बच्चे लेकर कहां जाकर रहेगे? हम भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि इस बार सीमा पर शांति बनी रहे। क्योंकि लोगों ने इस गोलाबारी में बहुत से अपने साथियों, माल मवेशियों को खोया है। घर टूट चुके हैं। बहुत मुश्किल से टूटे घरों की मरम्मत की है। अरनिया का व्यापार खत्म हो चुका है, किसान खेतों में जाने से डरते हैं। इसलिए हम दोनों मुल्कों के राजनीतिज्ञों से अपील करते हैं कि कोई ऐसा रास्ता निकालें, ताकि शांति बनी रहे। वरना इन दोनों देशों की गोलीबारी में सीधा असर गरीब पर पड़ता है।