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जम्मू कश्मीर : मिशन फ्रंटलाइन डिस्क्वरी चैनल पर एसओजी के कमांडों के रूप में नजर आएंगे रोहित शेट्टी-फरहान अख्तर

आतंकवाद के खिलाफ एसओजी के जवानों ने शौर्य और बलिदान की जो गाथा लिखी है वह डिस्कवरी में नजर आएगी। जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता एसपी मनोज कुमार पंडिता ने बताया कि वीरवार काे एक नया इतिहास बनने जा रहा है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 07:56 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 12:55 PM (IST)
जम्मू कश्मीर : मिशन फ्रंटलाइन डिस्क्वरी चैनल पर एसओजी के कमांडों के रूप में नजर आएंगे रोहित शेट्टी-फरहान अख्तर
अत्याधुनिक हथियारों से लैस एसओजी का खुफिया तंत्र भी कमाल का है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। स्पेशल आप्रेशन ग्रुप-एसओजी, शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसने यह नाम न सुना हो। आतंकी और उनके समर्थक इसके नाम से खौफ खाते हैं। पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी की निगाह हमेशा एसओजी पर रहती है, क्योंकि जम्मू कश्मीर पुलिस के इसी दस्ते ने आतंकवाद की कमर तोड़ी है। अगर इसे करीब से देखना और समझना है तो फिर ज्यादा इंतजार करने की जरुरत नहीं है, क्योंकि वीरवार 20 जनवरी को वह पूरी दुनिया के सामने आ रहे हैं। डिस्क्वरी चैनल पर मिशन फ्रंटलाइन का नया संस्करण पूरी तरह एसओजी पर केंद्रित है। बालीवुड के दिग्गज निर्माता निर्देशक रोहित शेट्टी और अभिनेता फरहान अख्तर एसओजी के जवानों के साथ आतंकरोधी अभियान में हिस्सा लेते हुए नजर आएंगे।

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जम्मू कश्मीर पुलिस के इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब उसकी किसी इकाई पर डाक्यू-ड्रामा किसी टीवी चैनल पर प्रसारित होगा। एसओजी का उस समय 1994 के दौरान उस समय हुआ था,जब आतंकवाद अपने चरम पर था। पुलिस कर्मियों को मनोबल गिरा हुआ था। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के सलाहकार फारुक खान जो उस समय एसपी थे, ने इसका गठन किया था। उस समय करीब एक दर्जन जवान इस दस्ते में शामिल हुए थे और कुछ ही दिनों में एसओजी का असर नजर आने लगा। एसओजी में शामिल होने के इच्छुक अधिकारियों व जवानों की संख्या लगातार बढ़ने लगी और उसके साथ ही आतंकियों के खिलाफ सफल अभियान भी हर रोज बढ़ने लगे।

एसओजी में एक अनुमान के मुताबिक करीब दो हजार से भी कम जवान और अधिकारी हैं। इसमे शामिल जवान जम्ू कश्मीर पुलिस के विभिन्न इकाइयों से ही आते हैं और यह सभी प्रशिक्षित कमांडो होते हैं। प्रदेश में किसी भी जगह अगर कोई आतंकी हमला या कोई अन्य बड़ी घटना हाेती है तो सबसे पहले एसओजी ही पहुंचती है। प्रदेश में एलओसी और आईबी पर अगर घुसपैठियों के खिलाफ अभियान छोड़ दिए जाएं तो लगभग हरेक आतंकरोधी अभियान में एसओजी के जवान ही सबसे आगे लड़्ते हुए नजर आते हैं। अत्याधुनिक हथियारों से लैस एसओजी का खुफिया तंत्र भी कमाल का है।

आतंकवाद के खिलाफ एसओजी के जवानों ने शौर्य और बलिदान की जो गाथा लिखी है, वह डिस्कवरी में नजर आएगी। जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता एसपी मनोज कुमार पंडिता ने बताया कि वीरवार काे एक नया इतिहास बनने जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि डिस्कवरी चैनल ने पहले कभी किसी पुलिस संगठन पर इस तरह का कोई कार्यक्रम तैयार किया हो। रोहित शेट्टी और फरहान अख्तर जैसी बालिवुड हस्तियां इसका हिस्सा बनी हैं। करीब सात दिनों तक हमने यह डाक्यू-ड्रामा शूट किया है। रोहित शेट्टी और फरहान अख्तर ने हमारे जवानों व अधिकारियों के साथ ट्रेनिंग भी की, उन्होंने उनके जीवन को समझा है।

उन्होंने बताया कि इस डाक्यू ड्रामा पर पुलिस संगठन या जम्मू कश्मीर प्रदेश सरकार ने कुछ खर्च नहीं किया है, हमने सिर्फ सहयोग किया है। सारा खर्च डिस्कवरी चैनल ने ही उठाया है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के प्रयासों से पहली बार जम्मू कश्मीर पुलिस की गौरव गाथा से दुनिया पद्रे पर परिचित होगी। लोगों में एसओजी को लेकर जो कई भ्रम हैं, वह भी दूर होंगे। इसे बीते दिसंबर में ही यहां श्रीनगर में फिल्माया गया है।

रोहित शेट्टी ने एसओजी के साथ काम करने के बाद कहा कि अक्सर फिल्में हीरो के नाम और चेहरे पर बिकती हैं। आज मैंने एहसास किया कि जो वास्तविक नायक होते हैं, उनके नाम और चेहरे किसी को पता नहीं होते। एक मुखौटे के पीछे रहकर, बिना सोए, बिना थके, जान की परवाह किए बिना, हर रोज एसओजी के ये कमांडो आतंकवाद से लड़ रहे हैं। इनकी देशभक्ति और बलिदान की भावना को देख मैं दिल से इन्हे धन्यवाद करता हूं।


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