ब्लैक स्ट्रोक बर्डज के आने से गुलजार हुआ घराना वेटलैंड, किसान चिंतित
सीमांत गांव घरना स्थित वेटलैंड में काफी संख्या में प्रवासी पक्षी इन दिनों आ रहे है। ये पक्षी तलाब के किनारे किसानों की गेंहू की फसल को भी चटकर रहे है।
जम्मू, जेएनएन। सीमांत क्षेत्रों में सुरमल लगलग (ब्लैक स्ट्राेक) प्रवासी पक्षियों ने मनमाेहक नजारे इन दिनाें लोगों को भा रहे हैं। घराना वेटलैंड व साथ लगते क्षेत्रों में बड़े कद के यह पक्षी बिल्कुल तारबंदी वाले एकांत क्षेत्रों में बैठने वाले इन पक्षियाें ने पर्यटकों के साथ साथ सीमा प्रहरियों का भी ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। सीमांत क्षेत्र के दोनों ओर उड़ान भरने वाले यह निराले पक्षी तारंबदी के पास भारत वाल क्षेत्रों में ही बैठना पंसद करते हैं।
शायद पक्षी भी महसूस करते हैं कि सीमा के इस ओर ही सुरक्षित वातावरण है। यही कारण है कि तारबंदी वाले क्षेत्राें में इन पक्षियों का जमघट देखा जा रहा है। घराना से सटकर लगी तारबंदी वाले क्षेत्र में इन दिनों दो दर्जन ब्लैक स्ट्राेक पक्षी एकांत क्षेत्र में विचरण कर रह हैं। जैसे ही कोई इन पक्षियों की तरफ बढ़ता है, यह एकदम से चौकन्ने हो जाते हैं और खतरा भांपते ही उड़कर तारबंदी पार सीमा के चल जाते हैं। मगर कुछ समय बाद इनकी फिर भारतीय क्षेत्र में ही वापिसी होती है। अधिकतर समतय इन पक्षियों को सीमा के इस ओर ही देखा गया है।
लंबी टांगों वाले यह पक्षी देखने में ग्लासी ब्लैक और उसमें सफेद रंग का समावेश होता है। चोंच गुलाबी होती है। कद में 95 से 100 सेंटीमीटर में चला जाता है और यही कारण है कि यह पक्षी दूर से भी पहचान में आ जाता है। इन पक्षियाें पर वन्यजीव संरक्षण विभाग क कर्मचारियाें की कड़ी नजर है। विभाग के अधिकारी जाेगिंद्र का कहना है कि यह पक्षी हर साल यहां पर पहुंचते हैं। मगर कुछ पक्षी तालाब क आसापास भी नजर आत हैं। विभाग इन पक्षियों पर पूरी नजर रख रहा है।
किसानों की मेहनत को चट कर रहे प्रवासी पक्षी
सीमांत गांव घरना स्थित वेटलैंड में काफी संख्या में प्रवासी पक्षी इन दिनों आ रहे है। ये पक्षी तलाब के किनारे किसानों की गेंहू की फसल को भी चटकर रहे है। जिससे गांव घरना सहित दर्जनों सीमांत गांव के लोग इसके कारण परेशान है। अपनी इस समस्या को लेकर गांव घराना के किसानों का शिष्टमंडल नंबरदार विशन दास की अगुवाई में पूर्व मंत्री चौ शाम लाल से भी मिला। शिष्टमंडल में शामिल किसानों का कहना है कि यह प्रवासी पक्षी उनका बहुत नुकसान कर रहे है। हर साल उनको यह नुकसान झेलना पड़ता है। पक्षियों का झुंड जहां भी बैठता है वहां पर फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर देता है। अगर किसान इनको भगाने के लिए पटाखे आदि चलाते है तो उनको वन्य जीव विभाग के लोग मामला दर्ज करने की बारे में कहते हैं। किसानों ने मांग की उनको इस नुकसान से बचाने के लिए कुछ किया जाए। किसानों ने पूर्व मंत्री से सहयोग की गुहार लगाते हुए वन्य जीव संरक्षण विभाग के लोगों से बात कर उनको इन पक्षियों को खेतों में बैठने पर भगाने की अनुमति दिलाने की मांग की।
किसानों ने पक्षियों को भगाने की मांगी अनुमति
किसानों ने चेतावनी दी की अगर पक्षी उनका नुकसान करेंगे तो वो उनको भगाने के लिए जरूर कदम उठाएंगे। पूर्व मंत्री ने भी मौके पर वन्य जीव संरक्षण विभाग के अधिकारी से बुलाकर इस बारे में बात की। उन्होंने अधिकारी से कहा कि अगर किसान अपनी खेत में फसल को बचाने के लिए पक्षियों को भगा रहे है तो उनको रोका ना जाए। पहले से ही यह मामला कोर्ट में दोनों पक्षों के बीच चल रहा है, जब तक इसमें फैसला नहीं आता लोगों को रोका न जाए। उन्होंने साफ तौर पर कहा या तो विभाग किसानों के नुकसान का उन्हें उचित मुआवजा दे या फिर उन्हें मना ना करे। इस दौरान किसान मित्तल चौधरी, रमेश लाल, सुरेंद्र कुमार, मोहिंद्र कुमार, कम्बा राम आदि सहित काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।