डीडीसी चुनाव में भाजपा का वोट फीसद कम हुआ, लोगों ने जम्मू-कश्मीर में भाजपा को नकार दिया : पाटिल
कांग्रेस की जम्मू कश्मीर मामलों की प्रभारी और पूर्व सांसद रजनी पाटिल ने कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले में भाजपा का वोट फीसद जिला विकास परिषद के चुनाव में गिरा है। भाजपा को जम्मू कश्मीर के मात्र पांच जिलों में ही बहुमत हासिल हुआ है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर मामलों की प्रभारी और पूर्व सांसद रजनी पाटिल ने कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले में भाजपा का वोट फीसद जिला विकास परिषद के चुनाव में गिरा है मगर भाजपा इसे अपनी बड़ी जीत बता रही है। भाजपा को जम्मू कश्मीर के मात्र पांच जिलों में ही बहुमत हासिल हुआ है।
दो दिवसीय दौरे पर जम्मू आई रजनी पाटिल ने आज सोमवार पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि निहित स्वार्थों के लिए भाजपा ने जिला विकास परिषद के चुनाव में ध्रूवीकरण का प्रयास किया लेकिन कांग्रेस ने अपनी नीतियों को लेकर कोई समझौता नहीं किया। चुनाव में पार्टी के कमजोर प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि पार्टी अपनी खामियों की पहचान करे दूर करने का प्रयास करेगी। आने वाले दिनों में पार्टी मजबूत होकर उभरेगी।
उन्होंने सरकार से पूछा किया कि चुनाव में दलबदल कानून का प्रावधान क्यों नहीं रखा गया और जिला विकास परिषद के चुनाव करवाने से पहले मौजूदा कानून के तहत सीटों के आरक्षण का रोस्टर क्यों नहीं अपनाया गया। देश में यहां पर भी पंचायतों के चुनाव पार्टी आधार पर होते है तो वहां पर दलबदल कानून को लागू किया जाता है लेकिन इसे जम्मू कश्मीर में लागू क्यों नहीं किया गया। इससे खरीद फरोख्त की संभावनाएं बढ़ गई है। यह पूरी तरह से अवैध हैं। भारतीय संविधान के 73 वे और 74 वे संशोधन को कांग्रेस ने अपने शासन के समय ही लागू किया था। वित्त आयोग, चुनाव आयोग और लोकपाल की नियुक्तियों के प्रावधान भी कांग्रेस की गठबंधन सरकार ने अपने समय में लागू किए थे। भाजपा ही इन प्रावधानों को लागू करने में देरी करती रही।
भाजपा को घेरते हुए पाटिल ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में भाजपा के वोट में पच्चीस फीसद की कमी आई है। इससे पता चलता है कि लोग भाजपा से नाराज हैं। भाजपा जिला विकास परिषद चुनाव में गलत तरीके से विजयी होने की दावेदारी कर रही है। बीस जिलों में मात्र पांच में बहुमत मिलने से यह साफ हो गया है कि लोग भाजपा को नकार चुके हैं। भविष्य में जम्मू कश्मीर में भाजपा सत्ता में नहीं आएगी। जीत व हार से बढ़कर कांग्रेस के लिए है कि वह लोगों को जोड़ रही है। कांग्रेस को हर क्षेत्र में वोट मिले हैं। जम्मू संभाग में कांग्रेस को हुई हार की खामियों की पहचान करके आधार को मजबूत बनाया जाएगा।