J&K: संसदीय चुनाव की कमियों को दूर कर जम्मू-कश्मीर में अपने दम पर सरकार बनाएगी भाजपा
ऊधमपुर डोडा में चुनावी चर्चा के दौरान विस चुनाव में इंदरवाल किश्तवाड़ भद्रवाह बनिहाल व डोडा में अधिक जोर लगाने का फैसला किया गया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। भाजपा संसदीय चुनाव की कमियों को दूर कर विधानसभा चुनाव जीतने के लक्ष्य को हासिल करेगी। पार्टी एकजुटता, बेहतर समन्वय से जम्मू संभाग की उन दस सीटों पर अधिक जोर लगाएगी, जहां कांग्रेस वोटों के लिहाज से आगे रही है। यह रणनीति साढ़े पांच घंटे तक चली प्रदेश भाजपा की चिंतन बैठक में बनी। जम्मू व लद्दाख संभाग की सीटों के साथ कश्मीर की तीन सीटों में भी पार्टी के प्रदर्शन पर गहन विचार-विमर्श किया गया। ऐसे में भावी रणनीति तय करने की इस बैठक में जम्मू, कश्मीर व लद्दाख संभाग से सिर्फ चुने हुए 70 वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया था। उनमें से भी 55 नेता ही इसमें हिस्सा लेने के लिए पहुंचे।
प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में लोकसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने वाले तीनों सांसद पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, जुगल किशोर शर्मा, जामियांग त्सेरिंग नांग्याल व राज्यसभा के सांसद शमशेर सिंह मन्हास समेत कई प्रमुख नेता मौजूद थे। बैठक में ऊधमपुर, डोडा में चुनावी चर्चा के दौरान विस चुनाव में इंदरवाल, किश्तवाड़, भद्रवाह, बनिहाल व डोडा में अधिक जोर लगाने का फैसला किया गया। इन विस क्षेत्रों में कांग्रेस का उम्मीदवार आगे रहा है।
बैठक पर रही संघ की नजर : विधानसभा चुनाव की तैयारियों की रणनीति तय करने के लिए हुई इस चिंतन बैठक पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की भी पूरी नजर रही। प्रमुख भाजपा की नेताओं की इस लंबी बैठक में आरएसएस के प्रांत प्रचारक पुरुषोत्तम दधीचि ने भी हिस्सा लिया। दधीचि राज्य में प्रदेश भाजपा व आरएसएस के समन्वयक हैं।
चीन के प्रति रणनीतिक बदलाव होगा: जामियांग
भाजपा सांसद जामियांग त्सेरिंग नांग्याल ने कहा है कि अमित शाह के गृहमंत्री बनने से लद्दाख संभाग में चीन के प्रति रणनीतिक बदलाव आएगा। लद्दाख के भाजपा सांसद ने लद्दाख को संघ प्रशासित क्षेत्र (यूनियन टेरेटरी) बनाने और राजनीतिक इंसाफ दिलाने के लिए संविधान के अनुच्छेद 370 को भी खत्म करने की पैरवी की। पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में जामियांग ने कहा कि पूरी उम्मीद है कि अब लद्दाख में चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में निर्णायक कदम उठाए जाएंगे। जामियांग ने कहा कि लद्दाख में विधानसभा की चार सीटें सरकार बनाने के लिए नाकाफी है। क्षेत्र की राजनीतिक व सामाजिक आकांक्षाओं को नजरअंदाज किया गया है। राज्य के नाम में लद्दाख का जिक्र न होना भेदभाव को बयां करता है। ऐसे हालात में विधानसभा की सीटों का परिसीमन और इसे संघ प्रशासित क्षेत्र बनाना लद्दाखियों के अस्तित्व से जुड़े होने के साथ बहुत पुरानी मांग है।
शाह 10 से 15 जून के बीच आ सकते हैं जम्मू कश्मीर
सत्ता संभालते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दौरे के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह 10 जून से 15 जून के बीच जम्मू कश्मीर का दौरा कर सकते हैं। उनका यह दौरा कश्मीर केंद्रित रहेगा। इसमें वह अमरनाथ यात्र और विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा कर सकते हैं। सेना के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर सुरक्षा परिदृश्य के अलावा कश्मीर के हालात का जायजा लेंगे।
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