पंचायत चुनाव से पहले भाजपा ने गर्माई सियासत
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्य में पंचायत चुनाव से पहले 73वें व 74वें संशोधन का मुद्दा उठाकर भाजपा न
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्य में पंचायत चुनाव से पहले 73वें व 74वें संशोधन का मुद्दा उठाकर भाजपा ने सियासत गर्मा दी है। भाजपा ने चार महीने पहले पीडीपी से समर्थन वापस लेकर उसकी सरकार गिरा दी थी।
राज्य में सत्ता में रहते हुए इस मुद्दे पर चुप रहने वाली भाजपा के सरकार से बाहर आने के बाद यह मुद्दा उठाने पर विरोधी पार्टियों ने उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऐसे में पैंथर्स पार्टी ने भाजपा पर चुनावी फायदे के लिए लोगों को मूर्ख बनाने की राजनीति करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर भाजपा को घेरा है।
पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव ¨सह ने कहा कि अगर भाजपा लोगों की हितैषी है तो सत्ता में रहते हुए 73वें व 74वें संशोधन को लागू क्यों नहीं कार्रवाई। सत्ता में रहते हुए भाजपा ने पंचायत चुनाव को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। भाजपा-पीडीपी सरकार ने पंचायती राज अधिनियम में संशोधन करवाकर कोशिश की थी कि लोग सरपंच न चुनें। पार्टी चाहती थी सरपंच लोग नहीं पंच मनोनीत करें। इससे भाजपा-पीडीपी को अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर सरपंच चुनने का मौका मिल जाता। काफी विरोध के बाद भी भाजपा-पीडीपी इस संशोधन को वापस लेने के लिए राजी नहीं हुई। बाद में राज्यपाल शासन में लोगों को कमजोर करने वाले इस कानून को वापस लिया गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रमण भल्ला ने भी भाजपा को इस मुद्दे पर घेरा है। उनका कहना है कि भाजपा कुर्सी हासिल करने के लिए लोगों को झूठे ख्वाब दिखाती है। राज्य में 73वें व 74वें संशोधन को लागू करने की मांग भी गुमराह करने वाली है।