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जम्मू कश्मीर में अपना मुख्यमंत्री बनाना भाजपा का अगला लक्ष्य

संसदीय चुनाव में मिली भारी जीत के बाद उत्साहित भाजपा का अगला लक्ष्य विधानसभा चुनाव में अपना मुख्यमंत्री बनाना है। पार्टी का ध्यान जम्मू लद्दाख पर अधिक रहेगा

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 26 May 2019 11:10 AM (IST)Updated: Sun, 26 May 2019 11:10 AM (IST)
जम्मू कश्मीर में अपना मुख्यमंत्री बनाना भाजपा का अगला लक्ष्य
जम्मू कश्मीर में अपना मुख्यमंत्री बनाना भाजपा का अगला लक्ष्य

जम्मू, राज्य ब्यूरो। संसदीय चुनाव में मिली भारी जीत के बाद उत्साहित भाजपा का अगला लक्ष्य विधानसभा चुनाव में अपना मुख्यमंत्री बनाना है। पार्टी का ध्यान जम्मू, लद्दाख पर अधिक रहेगा लेकिन कश्मीर को भी नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। पार्टी इसके लिए डिवीजन स्तर, जिला स्तर पर रणनीति बनाएगी। कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाएगा। जम्मू कश्मीर में तीन संसदीय सीटें हासिल करने के बाद अब जम्मू कश्मीर में जादूई 44 के आंकड़ें को छूने के लिए रणनीति बनेगी। जम्मू कश्मीर में विधानसभा की 87 सीटें है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में 25 सीटें हासिल करके भाजपा ने इतिहास रच दिया था। विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ा जाएगा और किसी के साथ भी गठजोड़ नहीं किया जाएगा।

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रविंद्र रैना के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली जाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह होने के बाद प्रदेश भाजपा प्रधान रविंद्र रैना के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल दिल्ली जाएगा। प्रतिनिधि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वहां पर विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा होगी।

2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 25 सीटें जम्मू संभाग से हासिल हुई थी

साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 25 सीटें जम्मू संभाग से हासिल हुई थी। उसे लद्दाख और कश्मीर से कोई सीट नहीं मिली थी। जम्मू पुंछ संसदीय सीट में कुल बीस विधानसभा क्षेत्र आते है जिसमें 15 में भाजपा आगे रही है। ऊधमपुर-डोडा संसदीय सीट में 17 विधानसभा क्षेत्र आते है जिसमें भी 12 में भाजपा आगे रही। दोनों को मिलाकर भाजपा 27 विधानसभा क्षेत्रों में आगे रह चुकी है। भले ही भाजपा का लक्ष्य 44 प्लस का है लेकिन यह एक बहुत बड़ी चुनौती होगी। अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए भाजपा को जम्मू संभाग की सभी 37 सीटों पर अधिक जोर लगाना होगा। लद्दाख में विधानसभा की 4 सीटें है। लद्दाख संसदीय सीट को साल 2014 में भाजपा ने महज 36 वोटों से जीता था लेकिन इस बार पार्टी ने इसे 10930 वोटों से जीता है। कहने का मतलब यह है कि पार्टी का जनाधार मजबूत हुआ है। लद्दाख को डिवीजन का दर्जा दिए जाने के बाद पार्टी को मजबूती मिली है। संसदीय चुनाव में पार्टी के लिए कश्मीर में कम वोट हासिल करना एक चिंता का विषय है। कश्मीर में भाजपा अपना जनाधार बढ़ाने के लिए रणनीति पर काम करेगी।

हम किसी के साथ गठजोड़ नहीं करेंगे : रैना

प्रदेश भाजपा के प्रधान रविंद्र रैना का कहना है कि विधानसभा चुनाव में एक मात्र लक्ष्य भाजपा का मुख्यमंत्री बनाने का लेकर चलेंगे। जम्मू, कश्मीर और लद्दाख से अधिक से अधिक सीटें हासिल करने की कोशिशें होगी। कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद है। हम किसी के साथ गठजोड़ नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रदेश भाजपा की बैठक होगी जिसमें रणनीति पर काम होगा। हम मोदी सरकार के पहले पांच वर्ष के कार्यकाल में उपलब्धियों को लोगाें के बीच लेकर जाएंगे। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की याेजनाओं पर भी बात करेंगे। 

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