भाजपा का मिशन श्रीनगर नगर निगम शुरू, डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वासमत पेश, 26 को होगा फ्लोर टेस्ट
औपचारिकताओं को पूरा कर उन्हें 26 दिसंबर को अपना बहुमत साबित करने का मौका देंगे। अगर वह इसमें कामयाब होते हैं तो ठीक है अन्यथा उन्हें हटा दिया जाएगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : भाजपा ने श्रीनगर नगर निगम पर कब्जा करने के अपना मिशन को सोमवार से अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया। पहले चरण में भाजपा ने निर्दलीय कार्पोरेटरों की मदद से डिप्टी मेयर शेख इमरान के खिलाफ अविश्वासमत लाया है। क्रिसमस के बाद 26 दिसंबर को डिप्टी मेयर को बहुमत साबित करना होगा।
भाजपा के जिला प्रधान श्रीनगर आरिफ राजा ने कहा कि अगर सबकुछ अनुकूल रहा तो अगले दो -तीन दिनों में मेयर जुनैद अजीम मट्टू को भी हटाया जाएगा। श्रीनगर नगर निगम आयुक्त खुर्शीद गनेई ने डिप्टी मेयर शेख इमरान के खिलाफ अविश्वासमत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हम 26 दिसंबर को उन्हें बहुमत साबित करने के लिए बुला रहे हैं। दरअसल, भाजपा पिछले एक माह से ही श्रीनगर नगर निगम में फेरबदल करने की तैयारी में जुटी है। श्रीनगर के ईदगाह इलाके के कार्पोरेटर आरिफ राजा ने कहा कि हम तो आज मेयर और डिप्टी मेयर दोनों के खिलाफ ही अविश्वासमत लाने वाले थे। किन्हीं कारणों से मेयर के खिलाफ हमने अविश्वासमत नहीं लाया है। दोन-तीन दिन में डिप्टी मेयर को अपना बहुमत साबित करना है, उसके साथ ही हम मेयर के खिलाफ भी अविश्वासमत लाएंगे। निर्दलीय कार्पोरेटर चाहते हैं कि दोनों को जल्द से जल्द हटाया जाए।
निगम आयुक्त को मिला आवेदन
गत सोमवार को निर्दलीय कार्पोरेटरों की मदद से भाजपा ने श्रीनगर के डिप्टी मेयर शेख इमरान, जो गत पांच अगस्त से एमएलए हास्टल में बंद हैं, के खिलाफ अविश्वासमत लाया। निगम आयुक्त श्रीनगर खुर्शीद गनेई ने बताया कि 70 में 47 कार्पाेरेटरों द्वारा हस्ताक्षरित एक आवेदन मेरे पास आया, जिसमें डिप्टी मेयर शेख इमरान को हटाने का आग्रह है। डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वासमत लया गया है। फिलहाल, वह हिराासत में हैं। हम संबंधित औपचारिकताओं को पूरा कर उन्हें 26 दिसंबर को अपना बहुमत साबित करने का मौका देंगे। अगर वह इसमें कामयाब होते हैं तो ठीक है, अन्यथा उन्हें हटा दिया जाएगा। उनके स्थान नए डिप्टी चेयरमैन का चुनाव होगा।
सिर्फ चार निर्वाचित कार्पोरेटर हैं भाजपा के
श्रीनगर नगर निगम में 70 कार्पाेरेटर हैं, जिनमें भाजपा के चार ही निर्वाचित कार्पाेरेटर हैं। कांग्रेस के सबसे ज्यादा 17, पीपुल्स कांफ्रेंस के 15, नेकां के 11 और 23 निर्दलीय कार्पाेरेटर हैं। निर्दलीय कार्पोरेटरों में से नौ के बारे में दावा किया जाता है कि वह भाजपा में शामिल हो चुके हैं। श्रीनगर के मेयर जुनैद मट्टू और डिप्टी मेयर शेख इमरान दोनों का संबंध पीपुल्स कांफ्रेंस से है। शेख इमरान ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और वह कांग्रेस के सहयोग से डिप्टी मेयर बने थे। उन्होंने मेयर पद के लिए भी चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। वह इसी साल पीपुल्स कांफ्रेंस में शामिल हुए हैं।
भाजपा के सहयोग से ही मेयर बने हैं मट्टू
जुनैद मट्टू को श्रीनगर का मेयर बनाने में भाजपा का पूरा साथ रहा है, लेकिन पांच अगस्त 2019 के बाद से भाजपा और पीपुल्स कांफ्रेंस के रिश्तों में बहुत बदलाव आया है। सज्जाद गनी लोन, जुनैद और शेख इमरान उन राजनीतिक लोगों में शामिल हैं, जिन्हें प्रशासन ने गत पांच अगस्त को एहतियातन हिरासत में लिया था। जुनैद मट्टू को स्वास्थ्य के आधार पर गत सितंबर में रिहा किया गया था। इसके बाद वह उपचार के लिए मुंबई चले गए थे और गत सप्ताह ही श्रीनगर लौटे हैं।