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प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए इकलौता शरणस्थल है भारत : जितेंद्र

जम्मू में भाजपा की राष्ट्रव्यापी मुहिम के तहत नागरिकता संशोधन कानून पर दस दिवसीय व्यापक संपर्क अभियान की शुरुआत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में जितेंद्र ने कहा कि भारत को ऐसे अल्पसंख्यकों के प्रति दायित्व बनता है जो इस्लामिक देशों में रह रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 09:14 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jan 2020 09:14 AM (IST)
प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए इकलौता शरणस्थल है भारत : जितेंद्र
प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए इकलौता शरणस्थल है भारत : जितेंद्र

राज्य ब्यूरो, जम्मू: प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान जैसे पड़ोसी देशों में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित किए गए अल्पसंख्यकों के लिए भारत इकलौता शरणस्थल है। रविवार को जम्मू में भाजपा की राष्ट्रव्यापी मुहिम के तहत नागरिकता संशोधन कानून पर दस दिवसीय व्यापक संपर्क अभियान की शुरुआत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में जितेंद्र ने कहा कि भारत को ऐसे अल्पसंख्यकों के प्रति दायित्व बनता है जो इस्लामिक देशों में रह रहे हैं।

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डॉ. जितेंद्र तालाब तिल्लो में पद्मश्री प्रो. केएल पंडिता के आवास पर पहुंचे। उनके साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा भी थे। वहां पर उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रो. पंडिता से विस्तार से चर्चा की। इस दौरान प्रो. पंडिता ने भी केंद्र सरकार के इस कानून को ऐसे अल्पसंख्यकों के लिए राहत बताया। इसके बाद डॉ. जितेंद्र सामाजिक कार्यकर्ता अमजद मिर्जा, सिख धार्मिक नेता स्वर्णजीत सिंह, उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश जस्टिस जीडी शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गोपाल सच्चर, जम्मू मेडिकल कालेज के सेवानिवृत प्रिसिपल डॉ. सुभाष गुप्ता व पीपुल्स फोरम के प्रधान रमेश सभरवाल के आवास पर भी गए। बैठकों में उन्होंने मौजूदा हालात में कांग्रेस की भूमिका पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नेताओं के परिवारजनों के बीच जाकर सर्वे किया जाए तो वे भी नागरिकता कानून का समर्थन करेंगे। इस मौके पर पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता व महासचिव डॉ. नरेंद्र सिंह भी मौजूद थे।


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