बिट्टा ने कहा अगर केंद्र की यही नीति रही तो एक साल में कश्मीर से खत्म हो जाएगा आतंकवाद Jammu News
हुर्रियत का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि आम लोगों के बच्चों से पत्थर मरवाते है। अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए बाहर भेजा हुआ है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। एंटी टेरेरिस्ट फ्रन्ट के चेयरमैन मनिंद्र जीत सिंह बिट्टा ने कहा है कि केंद्र की कश्मीर को लेकर नीति बिलकुल साफ है। मुझे आस है कि एक साल में कश्मीर आतंकवाद मुक्त हो जाएगा। केंद्र की पिछली सरकारों पूर्व वाजपेयी, कांग्रेस, गुजराल, देवगौड़ा, यूपीए का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या का हल नहीं किया गया।
चैम्बर हाउस जम्मू में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिट्टा ने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370, 35 ए हटेगी और अमन शांति का माहौल आएगा। धारा हटने पर सबसे पहले मैं कश्मीर में जमीन खरीदने के लिए जाऊंगा। हर कोई जमीन खरीद पाएगा। केंद्र सरकार ने आतंकवाद पर कड़ा रवैया अपनाया है। संसद को चाहिए कि अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दें। कश्मीर में चंद लोग मुसलमान भाइयों को बर्बाद कर रहे है। आईएएस, आईपीएस बन कर देश का नाम ऊंचा किया है।
आम बच्चों से करवा रहे पत्थरबाजी, अपने पढ़ाई के लिए बाहर भेजे
हुर्रियत का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि आम लोगों के बच्चों से पत्थर मरवाते है। अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए बाहर भेजा हुआ है। आतंकवादी रास्ता छोड़ कर मुख्यधारा में लौट आएं। आतंकवाद के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हो सकता। हुर्रियत ने ब्लैक मेल का अड्डा बनाया हुआ था। पूर्व यूपीए सरकार पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि गिलानी, यासीन मलिक का स्वागत होता था। आज केंद्र सरकार ने अलगवावादियों पर शिकंजा कसा हुआ है। जब पंजाब में आतंकवाद था तो सभी राजनीतिक पार्टियों ने एकजुट होकर प्रथम राष्ट्र के साथ काम किया। तब सबने कहा था कि हमे आतंकवाद नहीं चाहिए। आज जरूरत इस बात की है कि जम्मू कश्मीर में सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ सामने आएं।
महबूबा से कहा, उनकी दोहरी नीति नहीं चलेगी
पीडीपी की प्रधान महबूबा मुफ्ती को आड़े हाथ उन्होंने कहा कि दोहरी नीति नहीं चलेगी। वह कहती थी कि कश्मीर में तिरंगा फहराने वाला कोई नहीं मिलेगा। पीडीपी के साथ भाजपा ने सरकार बनाई। सरकार सही नहीं चली। यह एक अनुभव था। पाकिस्तान को मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में हवाई हमले कर कड़ा सबक सिखाया। बिट्टा ने कहा कि हम गुजरात जा रहे है और वहां एक सौ आतंकवाद पीड़ित परिवारों को ढ़ाई ढ़ाई लाख की राहत राशि बांटी जाएगी। इसमें जम्मू कश्मीर के पीड़ित परिवारों को शामिल किया जाएगा। बिट्टा ने नशे के खिलाफ अभियान के चलाने वाले दो पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि नशा तो आतंकवाद से भी ज्यादा खतरनाक है।