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Snowfall at Vaishno Devi Bhawan: बर्फ की चादर में लिपट गया मां वैष्णो देवी का भवन, स्वर्ग सा बना नजारा, कोरोना काल में थमी यात्रा ने फिर पकड़ी रफ्तार

मां वैष्णो देवी का भवन पूरी तरह से बर्फ की सफेद चादर में लिपट गया है। भवन का दृश्य स्वर्ग जैसा एहसास करा रहा है। इस बीच कोरोना महामारी के कारण माता वैष्णो देवी की यात्रा में आई कमी के बाद अब फिर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा है।

By lokesh.mishraEdited By: Published: Mon, 28 Dec 2020 04:49 PM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 11:14 PM (IST)
Snowfall at Vaishno Devi Bhawan: बर्फ की चादर में लिपट गया मां वैष्णो देवी का भवन, स्वर्ग सा बना नजारा, कोरोना काल में थमी यात्रा ने फिर पकड़ी रफ्तार
मां वैष्णो देवी का भवन पूरी तरह से बर्फ की सफेद चादर में लिपट गया है।

कटड़ा, राकेश शर्मा :  अगर आप माता वैष्णो देवी के दर्शन का कार्यक्रम बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए सही रहेगा। माता वैष्णो देवी के भवन से लेकर आद्कुंवारी तक हुई मौसम की पहली बर्फबारी से पूरे पहाड़ बर्फ से ढक गए हैं। भवन परिसर की आलौकिक छटा स्वर्ग सा एहसास करवा रही है। कड़ाके की ठंड और बर्फबारी में भी श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। यात्री मां वैष्णो देवी के जयकारे लगाते हुए आ-जा रहे हैं।

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कोरोना महामारी के कारण माता वैष्णो देवी की यात्रा में आई कमी के बाद अब फिर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा है। इस समय स्कूलों में सर्दियों की छुट्टियां चल रही हैं और अधिकतर शिक्षण संस्थान कोरोना के कारण बंद हैं। नया साल आने को भी महज तीन दिन ही बचे हैं और उससे पहले हिमपात हो चुका है। लंबे इंतजार के बाद ट्रेनें भी चल रही हैं। मौजूदा समय में भी देशभर से करीब दस हजार श्रद्धालु रोजाना दर्शन के लिए कटड़ा पहुंच रहे हैं। ऐसे में पूरे आसार है कि आने वाले दिनों में यात्रा में खासी बढ़ोतरी होगी।

भवन पर करीब डेढ़ फीट बर्फ :

भवन पर करीब डेढ़ फीट बर्फबारी हुई। वहीं, भैरव घाटी में दो से ढाई फीट, सांझी छत क्षेत्र में करीब दो फीट, हिमकोटी क्षेत्र में एक फीट, लंबी केरी क्षेत्र में आधा फिट, माता का बाग में करीब एक फीट और देवी द्वार क्षेत्र में भी करीब आधा फिट बर्फबारी हुई। आद्कंवारी मंदिर परिसर में भी बर्फ की चादर बिछ गई है। वैष्णो देवी के त्रिकुटा पर्वत की बात करें तो तीन से चार फीट बर्फ जमा हो चुकी है।

कटड़ा से भवन तक पूरे इंतजाम :

यात्रा मार्ग पर बर्फबारी होने से ठंड के साथ फिसलन भी बढ़ गई है, लेकिन यात्रा का रख-रखाव करने वाले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पूरे इंतजाम कर रखे हैं। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह अलाव जलाए जा रहे हैं। इसके अलावा कटड़ा, आद्कुंवारी  व भवन पर श्राइन बोर्ड के विश्रामघरों में ठहरने, गर्म पानी व कंबल इत्यादि के अतिरिक्त बंदोबस्त किए गए हैं।

भोजनालय में भी पूरे प्रबंध किए गए हैं। बर्फबारी के बाद आपदा प्रबंधन दल के साथ ही श्राइन बोर्ड प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह टीमें तैनात कर दी गई हैं। श्रद्धालुओं को लगातार कहा जा रहा है कि किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर तुरंत श्राइन बोर्ड से संपर्क करें।

बैटरी कार और हेलीकाप्टर सेवा सुचारु :

ताजा बर्फबारी के बावजूद मां वैष्णो देवी के मार्ग पर बैटरी कार सेवा आम दिनों की तरह सुचारू रही। आधार शिविर कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा सुबह दस बजे से बहाल रही। सांझी छत हेलीपैड पर करीब एक फुट बर्फ को कर्मचारियों ने साफ कर दिया था। हालांकि दूसरी ओर वैष्णो देवी भवन तथा भैरव घाटी के मध्य चलने वाली पैसेंजर केबल कार सेवा स्थगित रही। इसकी मुख्य वजह मां वैष्णो देवी के भवन और भैरव घाटी पर जबरदस्त बर्फबारी और प्रभावित बिजली आपूॢत रही।

कोरोना टेस्ट के पूरे इंतजाम :

वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही यात्रा की अनुमति दी जा रही है। श्रद्धालुओं की रिपोर्ट 72 घंटे तक मान्य है। या तो श्रद्धालु टेस्ट करवा कर आएं, या उनके लिए जम्मू कश्मीर में भी कई जगह व्यवस्था की गई है। ट्रेन से आने वाले श्रद्धालु कटड़ा रेलवे स्टेशन पर टेस्ट करवा सकते हैं। हवाई जहाज से आने वाले श्रद्धालु जम्मू एयरपोर्ट व सड़क मार्ग से आने वालों के लिए प्रवेशद्वार लखनपुर व जम्मू-कटड़ा मार्ग पर मेरी चेक पोस्ट के पास निशुल्क व्यवस्था की गई है।

चार ट्रेनें पहुंच रही कटड़ा :

मौजूदा समय में कटड़ा स्टेशन पर यात्रियों को लेकर चार ट्रेनें आ रही हंै। दिल्ली-कटड़ा के बीच रोजाना चलने वाली श्रीशक्ति एक्सप्रेस। सप्ताह में दो दिन आने वाली मालवा एक्सप्रेस और हफ्ते में एक बार आने वाली जबलपुर एक्सप्रेस और कोटा एक्सप्रेस। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नव वर्ष पर ट्रेनों की संख्या दोगुनी की जाएगी। इससे यात्रा बढऩे की उम्मीद है। इसके अलावा

कब-कब कितने यात्री आए

23 दिसंबर : 5000 श्रद्धालु

24 दिसंबर : 6000 श्रद्धालु

25 दिसंबर : 11000 श्रद्धालु

26 दिसंबर : 10500 श्रद्धालु

27 दिसंबर : 10000 श्रद्धालु

28 दिसंबर : 10500 श्रद्धालु

श्राइन बोर्ड प्रशासन तथा आपदा प्रबंधन दल सतर्क : मां वैष्णो देवी के भवन के साथ ही पूरे त्रिकूट पर्वत पर हुई जबरदस्त बर्फबारी होने से आपदा प्रबंधन दल के साथ ही श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है ताकि श्रद्धालुओं को अपनी वैष्णो देवी यात्रा के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। आपदा प्रबंधन दल तथा श्राइन बोर्ड प्रशासन की टीमें जगह-जगह तैनात कर दी गई हैं। वहीं श्रद्धालुओं को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि वह अपने परिजनों के साथ पूरी सावधानी के साथ वैष्णो देवी यात्रा करें। बर्फबारी के बाद वैष्णो देवी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को बर्फबारी के चलते फिसलन का सामना करना पड़ा, परंतु श्रद्धालु धीरे-धीरे लगातार वैष्णो देवी भवन की ओर बढ़ते रहे। वैष्णो देवी के भवन प्रांगण के साथ ही मार्ग से बर्फ हटाने के लिए श्राइन बोर्ड प्रशासन के सफाई कर्मचारी जुटे हुए हैं।


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