School Reopen in J&K: तैयार रहें, समर जोन में आने वाले सरकारी, प्राइवेट स्कूल एक फरवरी से खुलेंगे
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण का असर कम होते ही स्कूलों को खोलने की तैयारी भी शुरू हो गई है। जम्मू संभाग के समर जोन के अंतर्गत आने वाले सरकारी और प्राइवेट स्कूल एक फरवरी 2021 से खुल जाएंगे।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण का असर कम होते ही स्कूलों को खोलने की तैयारी भी शुरू हो गई है। जम्मू संभाग के समर जोन के अंतर्गत आने वाले सरकारी और प्राइवेट स्कूल एक फरवरी 2021 से खुल जाएंगे। नौवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूल एक फरवरी से खुलेंगे तो एलीमेंटरी कक्षाओं के लिए स्कूल आठ फरवरी से खुलेंगे। एलीमेंटरी स्कूलों के अध्यापक एक फरवरी से स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयारियां करेंगे। कश्मीर संभाग और जम्मू संभाग के विंटर जोन के स्कूल सर्दियों की छुट्टियों के बाद निर्धारित तिथियों पर ही खुलेंगे। स्कूलों को एसओपी और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों के आदेश का पालन करना होगा। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रशासनिक सचिव बीके सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में 24 मार्च 2020 को सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे
बताते चले कि कोरोना से उपजे हालात को देखते हुए जम्मू कश्मीर में 24 मार्च 2020 को सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे। सरकार की तरफ से जारी आदेश के तहत जम्मू कश्मीर में सभी शिक्षण संस्थानों को 31 जनवरी तक बंद रखने के आदेश पहले ही जारी किए गए है। जम्मू कश्मीर में स्कूल दस महीनों के बाद खुल रहे है
स्कूलों के लिए यह है एसओपी:
- स्कूलों को एक स्थानीय कमेटी बनानी होगी जिसमें अभिभावकों, विलेज एजूकेशन कमेटी के सदस्यों, क्षेत्रों के गणमान्य लोग शामिल होंगे जो निगरानी और सहयोग देंगे।
- विद्यार्थी दो मीटर की दूरी पर बैठ सकते हैं। अगर जगह कम होगी तो शिफ्ट में या रोटेशन में बैठाया जा सकता है।
- सभी विद्यार्थियों और अध्यापकों को मास्क पहनना होगा।
- विद्यार्थियों और अध्यापकों के हाथ धोने के प्रबंध होने चाहिए और पर्याप्त साबुन उपलब्ध होगा। शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए सभी को हाथ धोना सुनिश्चित बनाना होगा।
- अध्यापकों और विद्यार्थियों को स्कूल के अंदर व बाहर वाले क्षेत्रों को हाथ नहीं लगाना होगा।
- रोजाना ही स्कूलों में बैठने वाली जगहों को संबंधित विभाग और स्थानीय स्वयंसेवकों के सहयोग से साफ सुथरा करना हाेगा। पर्याप्त सैनिटाइजर किया जाएगा।
- आसपास के क्षेत्रों में साफ सफाई का प्रबंध सुनिश्चित बनाना होगा।
- स्कूल आते जाते समय विद्यार्थियों और अध्यापकों को आपस मेें दो मीटर की दूरी बना कर रखनी होगी और बच्चों को ग्रुप में इकट्ठा नहीं किया जाएगा। स्कूलों के स्टाफ के साथ स्थानीय स्वयंसेवक इसमें सहयोग देंगे।
- हर अध्यापक और हर विद्यार्थी अपनी स्टेशनरी और पुस्तकें लाएगा और किसी के साथ भी कोई पुस्तक, नोटबुक, पेंसिल, पेन या अन्य कोई वस्तु एक्सचेंज नहीं की जाएगी।
- विद्यार्थियों की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाया जाएगा।
- विद्यार्थियों को कोरोना की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदम याद दिलाए जाएंगे।
- कोरोना की रोकथाम से संबंधित क्विज, वाद विवाद प्रतियोगिताओं समेत अन्य जुड़ी हुई गतिविधियां आयोजित की जाएगी।
- अगर कोई विद्यार्थी या स्टाफ का सदस्य बीमार हो जाता तो उसके लिए नियमों का पता होना चाहिए और इसके लिए स्वास्थ्य की निगरानी होनी चाहिए। इसके लिएइमरजेंसी योजना बनाई जानी चाहिए।
- स्कूलों को यह भी सुनिश्चित बनाना होगा कि उनके पास बीमार विद्यार्थी को रखने के लिए अस्थायी जगह उपलब्ध हो। बीमार विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को घरों में ही रहने की सलाह दी जाए।
- स्कूलों को यह भी सुनिश्चित बनाना होगा कि कोई गैर जरूरी अतिथि न आए।
- स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू और कश्मीर के निदेशक जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए चौबीस घंटे काउंसलिंग सुविधा को मजबूत किया जाएगा।