Baramulla Grenade Attack : बारामुला ग्रेनेड हमले में मारे गए रंजीत के गांववासियों ने राजौरी-पुंछ हाईवे किया बंद, परिजनों के लिए मांगी आर्थिक मदद-नौकरी
Baramulla Grenade Attack बारामुला में शराब की दुकान करीब एक सप्ताह पहले ही खुली है। इस दुकान और उत्तरी कश्मीर रेंज के डीआइजी कार्यालय में करीब 20 मीटर का ही फासला है। सुरक्षाकर्मियों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चला रखा है।
राजौरी, जेएनएन : जिला बारामुला में नई खुली शराब की दुकान में गत मंगलवार शाम को किए गए ग्रेनेड हमले में राजौरी निवासी की हुई मौत के विरोध में ग्रामीण आज सुबह राजौरी-पुंछ हाईवे पर उतर आए हैं। हाईवे पर धरना देकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे ये ग्रामीण ग्रेनेड हमले में मारे गए बाकरा निवासी रंजीत सिंह के परिजनों को 25 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जब तक प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी यहां आकर उन्हें इस बात का आश्वासन नहीं देता, धरना-प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहेगा। ग्रामीणों के राजौरी पुंछ हाईवे पर उतर आने से वाहनों का लंबा जाम लग गया है। हालांकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और ग्रामीणों काे समझाने का प्रयास कर रहे हैं परंतु लोग इसी बात पर अड़े रहे कि रंजीत ही अपने परिवार का एकमात्र सहारा था। ऐसे में उसकी मौत के बाद उसका परिवार दरबदर हो जाएगा। ऐसे में सरकार का फर्ज बनता है कि वह रंजीत के परिजनों की आर्थिक तौर पर मदद करें।
आपको बता दें कि उत्तरी कश्मीर के बारामुला में गत मंगलवार रात महिलाओं की तरह बुर्का पहने एक आतंकी ने शराब की दुकान पर ग्रेनेड से हमला किया। हमले में दुकान पर कार्यरत एक सेल्समैन की मौत और तीन अन्य घायल हो गए। इनमें से एक घायल की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। बारामुला में शराब की यह दुकान करीब एक सप्ताह पहले ही खुली है। इस दुकान और उत्तरी कश्मीर रेंज के डीआइजी कार्यालय में करीब 20 मीटर का ही फासला है। सुरक्षाकर्मियों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चला रखा है। बता दें कि कश्मीर में आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट, कश्मीर टाइगर्स, कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स, लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन समेत विभिन्न आतंकी संगठनों ने शराब की दुकानों के खिलाफ धमकी दे रखी है।
जानकारी के अनुसार, रात करीब आठ बजे बारामुला के दीवानबाग में शराब की दुकान पर खरीदारों की भीड़ लगी हुई थी। इसी दौरान वहां एक मोटरसाइकिल आकर रुकी। मोटरसाइकिल के पीछे एक आतंकी बुर्का पहने बैठा था। वह नीचे उतरा और शराब की दुकान पर जा पहुंचा। वहां मौजूद अन्य लोगों को लगा कि कोई महिला है और वह पीछे हट गए। बुर्काधारी ने एक ग्रेनेड निकाला और दुकान की खिड़की से भीतर फेंक दिया और फिर मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने साथी संग भाग निकला। ग्रेनेड धमाके में दुकान के भीतर मौजूद चार सेल्समैन जख्मी हो गए और वहां अफरा-तफरी मच गई।
धमाके की आवाज सुनते ही वहां आसपास मौजूद सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जख्मी पड़े चारों घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने एक घायल रंजीत सिंह को मृत घोषित कर दिया। चारों सेल्समैन जम्मू संभाग के रहने वाले हैं। मृतक रंजीत सिंह जिला राजौरी के सुंदरबनी के बाखर गांव का रहने वाला था, जबकि घायलों में गोवर्धन सिंह व रवि कुमार दोनों निवासी बिलावर (कठुआ) और गोविंद सिंह निवासी कांगरा (राजौरी) शामिल हैं। गोविंद सिंह की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे बेहतर उपचार के लिए शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान (सौरा) में लाया गया है।
बारामुला के एसएसपी रईस मोहम्मद बट ने कहा कि ग्रेनेड हमले में लिप्त आतंकियों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बुर्काधारी आतंकी की पुष्टि से इन्कार करते हुए कहा कि अभी जांच की जा रही है। घटनास्थल से कुछ सुराग जमा किए गए हैं,जल्द ही आतंकियों को पकड़ लिया जाएगा।
10 साल बाद शराब की दुकान पर हुआ हमला : प्रदेश में किसी शराब की दुकान पर करीब 10 साल बाद कोई आतंकी हमला हुआ है। इससे पूर्व पांच नवंबर 2011 को श्रीनगर के डलगेट में शराब की दुकान पर आतंकी हमले में एक व्यक्ति की मौत और चार अन्य लोग जख्मी हुए थे। इसके बाद 17 नवंबर 2011 को जम्मू के बाहरी क्षेत्र नरवाल बाला में आतंकियों ने शराब की दुकान पर ग्रेनेड से हमला किया था। इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई थी और करीब 15 लोग जख्मी हुए थे। ये दोनों हमले हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने किए थे।