विलय दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाएगी बार एसोसिएशन
जागरण संवाददाता, जम्मू : जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने विलय दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रू
जागरण संवाददाता, जम्मू : जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने विलय दिवस को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाने का फैसला किया है। यह फैसला एसोसिएशन के प्रधान सीनियर एडवोकेट बीएस सलाथिया की अध्यक्षता में हुई एडवाइजरी कौंसिल की बैठक में लिया गया। बैठक में फैसला किया गया कि विलय दिवस 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा क्योंकि इसी दिन 1947 में महाराजा हरि सिंह ने विलय दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि विलय दिवस मनाने के बाद बार एसोसिएशन दोपहर एक बजे के बाद अवकाश रखेगी। बीएस सलाथिया ने मंगलवार को हाईकोर्ट परिसर में एडवाइजरी कौंसिल की बैठक में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय देश व राज्य के लिए ऐतिहासिक महत्व रखता है। लिहाजा इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाने का फैसला लिया गया। सलाथिया ने आम जनता से भी इस दिन को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाने की अपील करते हुए स्कूलों, कार्यालयों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर इस दिन तिरंगा झंडा लहराने की अपील की। सलाथिया ने कहा कि 26 अक्टूबर 1947 को महाराजा हरि सिंह ने विलय दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे और 27 अक्टूबर को भारत सरकार ने इस विलय को स्वीकार किया था। लिहाजा यह दोनों ही दिन जम्मू-कश्मीर व देश के इतिहास में सुनहरे दिन हैं, जिसे 15 अगस्त व 26 जनवरी की तरह मनाया जाना चाहिए।
सलाथिया ने कहा कि 26 अक्टूबर को बार एसोसिएशन के सदस्य जिला कोर्ट परिसर में एकत्रित होंगे और वहां विलय दिवस मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोपहर एक बजे के बाद अवकाश रखा जाएगा। हाईकोर्ट, जिला कोर्ट व सभी ट्रिब्यूनल में शेष दिन के लिए वर्क सस्पेंड रहेगा।