आज से बैंक कर्मचारियों की हड़ताल शुरू, अब 27 को सामान्य होगा कामकाज
सोमवार को एक दिन के लिए बैंक खुलेंगे और मंगलवार को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी। ऐसे में सोमवार के दिन बैंकों में अच्छी-खासी भीड़ रहने की संभावना है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। वेतन वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारी शुक्रवार को एक दिवसीय कामछोड़ हड़ताल पर चले गए। इन कर्मचारियों ने 26 दिसंबर को फिर से कामकाज ठप रखने का ऐलान किया है। इस दौरान कई अवकाश भी आ रहे है, लिहाजा अब 27 दिसंबर से ही बैंकों में कामकाज सामान्य हो पाएगा क्याेंकि कल महीने के चौथे शनिवार व फिर रविवार की छुट्टी रहेगी। सोमवार को एक दिन के लिए बैंक खुलेंगे और मंगलवार को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी। ऐसे में सोमवार के दिन बैंकों में अच्छी-खासी भीड़ रहने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर में हालांकि जम्मू-कश्मीर बैंक व अन्य कोआपरेटिव बैंक कर्मचारियों की इस हड़ताल का हिस्सा नहीं है जिससे ग्राहकों को कुछ राहत रहेगी लेकिन चेक क्लीयरिंग के लिए अब छह दिन तक इंतजार करना पड़ेगा।
एटीएम पर नहीं पड़ेगा असर
-राज्य में एटीएम का सबसे बड़ा नेटवर्क जम्मू-कश्मीर बैंक का है जो इस हड़ताल में शामिल नहीं, लिहाजा जेके बैंक के एटीएम पर तो हड़ताल का कोई असर पड़ने वाला नहीं। वैसे भी बैंक ने एटीएम में नगदी के लिए अलग से विंग तैयार किया है तो बिना अवकाश काम करता है। ऐसे में बैंक अवकाश के दिनों में भी एटीएम सुचारू रहने की उम्मीद की जा सकती है। दूसरे राष्ट्रीयकृत बैंकों ने भी एटीएम की जिम्मेदारी एजेंसी को दी है, लिहाजा हड़ताल व सरकारी अवकाश के दौरान एटीएम प्रभावित नहीं होंगे।
कर्मचारियों ने बोला दावा
-वेतन वृद्धि समेत अन्य मांगों को लेकर सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्मचारियों ने शुक्रवार को जम्मू के रेलहैड काम्पलेक्स स्थित स्टेट बैंक आफ इंडिया मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया बैंक ऑफीसर्स कन्फेडरेशन (ऑयबॉक) के बैनर तले कर्मचारियों ने केन्द्र सरकार और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के खिलाफ नारेबाजी की। यूनियन प्रतिनिधियों ने इस मौके पर कहा कि न्यूनतम वेतन, कोर बिजनेस, एनपीए वसूली, नई पेंशन स्कीम को समाप्त करना, पेंशन अद्यतन पुनरीक्षण एवं एवं पारिवारिक पेंशन में सुधार जैसी मांगों पर बैंक कर्मचारी आज शुक्रवार और 26 दिसम्बर को हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि आईबीए के साथ वेतन समझौता हमेशा स्केल एक से स्केल सात तक के अधिकारियों के लिए होता था। लेकिन इस बार आईबीए केवल स्केल तीन तक का वेतन समझौता करने का प्रस्ताव दिया है जिसके विरोध में आईबीए की बैठक का भी बहिष्कार किया गया। उन्होंने कहा कि आईबीए पिल्लई कमेटी की संस्तुतियों को लागू करना चाहिए जिसमें बैंक अधिकारियों का वेतन सिविल सेवा अधिकारी के समान होना चाहिए।