नहर किनारे मेले में दिखी बैसाखी की उमंग
?? ???? ???? ??? ?? ???????? ?? ??????? ?? ???????? ??? ????? ????? ?? ???????? ?? ?? ??? ??? ??? ?? ??????? ?? ??? ?? ????? ???? ??? ??????? ?? ?? ?? ?? ???????? ?? ?? ?? ???? ????? ?? ???? ?? ??????? ?? ???? ???????? ??? ?? ???? ????? ???? ?? ???? ??? ????? ?? ???? ?? ????? ???? ??? ?? ??? ???? ?? ??? ?? ????? ?? ?????? ?????? ?? ???? ??????? ?? ????? ??? ???? ???? ?????? ?? ??? ?? ????? ????? ?? ???? ?? ???? ????? ??? ?? ???????? ?? ?????? ??? ?? ?????? ?? ???? ?????? ???? ?? ??? ???? ?? ??? ???? ?? ????? ?????? ? ???????? ???? ??? ???? ???? ??? ????? ????? ???? ??????? ??? ?? ???? ?? ?? ???? ??? ???? ???? ??? ??? ???? ???? ????? ??? ??? ??? ??? ??? ?? ????? ??? ?? ???? ?? ???? ??? ???? ??? ??? ?? ???? ?????? ?? ??? ???? ??? ??????? ????
जागरण संवाददाता, जम्मू : बैसाखी के मौके पर कैनाल रोड पर नहर किनारे लगने वाले बैसाखी मेले में इस बार भी भारी भीड़ उमड़ी। शहर के अलावा आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में लोग बच्चों और परिवार के सदस्यों के साथ मेला घूमने के लिए पहुंचे थे। लोगों ने मेले में जरूरी सामानों की खरीदारी की और जमकर पकौड़ियों और जलेबी का भी लुत्फ उठाया। बच्चों ने अपने लिए तरह-तरह के खिलौने, गुब्बारे आदि खरीदे तो महिलाओं ने मनियारी की दुकान से चूड़ियां और आर्टिफिशियल ज्वैलरी की जमकर खरीदारी की।
मेले में घूमने पहुंचे लोगों ने गर्मी से राहत पाने के लिए बगल से गुजरती नहर में डुबकी भी लगाई। मेले में हर तरफ अच्छी खासी चहल-पहल थी। वहां पर लोगों को काफी सस्ता सामान खरीदने को मिला। कैनाल रोड में मेला लगने के कारण वहां दिन भर गाड़ियों की आवाजाही भी प्रभावित हुई। पुलिस ने गाड़ियों को एक लेन में दिनभर निकालने का काम भी किया। मेले में प्रशासन की ओर से भी सुविधाएं दी गई थीं, तो पुलिस की तरफ से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे।
परिवार के साथ मेला घूमने आए राजीव कुमार का कहना था मेले हमारे देश की संस्कृति का हिस्सा हैं। हम बच्चों को मेला दिखाने लेकर आए हैं ताकि वे जान सकें कि हमारी परंपरा व संस्कृति कैसी है। स्टाल लगाकर बैठे गिरधारी लाल का कहना था कि मेले में काफी भीड़ रही है। उनका काफी सामान बिक गया है। देर शाम तक कैनाल रोड पर मेले की रौनक रही जबकि लोग शाम तक अपने परिवार के साथ मेले में पहुंचते रहे।
---------------------
अवकाश होने से उमड़ी भारी भीड़
रविवार को अवकाश होने और दोपहर बाद मौसम खुशगवार होने से रणवीर नहर के किनारे लगे बैसाखी मेले में घूमने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचे। मेले में करीब आधा किलोमीटर तक जलेबी, पकौड़े, चाउमीन, बर्गर, मोमो, कचालू, कपड़े, ज्वैलरी, फ्लावर पॉट, बच्चों के खिलौनों आदि के स्टाल लगे थे। मनियारी की दुकान पर महिलाओं की भारी भीड़ थी, तो बच्चों की सबसे ज्यादा भीड़ जलेबी के स्टाल पर थी। मोमो, चाउमीन के स्टाल पर युवक-युवतियां ज्यादा नजर आए तो पकौड़ियों का हर उम्र के लोग स्वाद ले रहे थे।
------------------
ग्रामीण मेलों जैसी दिखी रौनक
नहर किनारे लगने वाला यह मेला ग्रामीण संस्कृति को भी अपने में समेटे रहता है। इसलिए इसमें रौनक जबरदस्त होती है। मेले में आवाज लगाकर गुब्बारे बेचते गुब्बारे वाले, आइसक्रीम वाले और अन्य लोगों का शोर-शराबा, भोंपू बजातीं शरारती बच्चों की टोलियां, हाथ में थर्माकोल की प्लेट पकड़े भीड़ में ही एक किनारे खड़ी होकर चाट खातीं युवतियां और महिलाएं सब कुछ किसी को भी उत्साह से भर देता है और आकर्षित करता है।
---------------
जेबकतरों से सावधान करती रही पुलिस
मेले में इस बार पुलिस लोगों को जेबकतरों से सावधान करती नजर आई। लाउडस्पीकर से एक पुलिसकर्मी मेला घूमने आए लोगों को अपने सामान, पर्स आदि की देखभाल करने के लिए कह रहा था। इसके साथ ही मेले में बच्चे भटकने न पाएं इस बारे में लगातार अभिभावकों को आगाह कर रहा था।
-------------------
तांगे की सवारी का लिया आनंद
नहर किनारे लगे बैसाखी मेले में लोगों ने तांगे की सवारी का भी आनंद लिया। कई बच्चे ऐसे भी थे जिन्होंने पहली बार तांगा देखा था। उनमें तांगे की सवारी के प्रति जबरदस्त उत्साह दिखा। अभिभावकों ने बच्चों को बताया कि पहले जम्मू में तांगे चला करते थे और लोग उस पर सवार होकर ही एक जगह से दूसरी जगह जाया करते थे। तांगे की सवारी करने में युवा और बुजुर्ग भी आगे रहे।