जम्मू-कश्मीर की तीन नदियों में प्रवाहित होंगी वाजपेयी की अस्थियां
राज्य ब्यूरो, जम्मू : दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को जम्मू कश्मीर की
राज्य ब्यूरो, जम्मू : दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों को जम्मू कश्मीर की प्रमुख नदियों में भी प्रवाहित किया जाएगा। इनमें जम्मू की सूर्यपुत्री तवी नदी, श्रीनगर के झेलम और लेह में ¨सधु नदी शामिल है।
जम्मू कश्मीर से अटल बिहारी वाजपेयी का रिश्ता छह दशक से भी अधिक पुराना है। राज्य में परमिट सिस्टम तोड़ने के लिए वर्ष 1953 के प्रजा परिषद के आंदोलन, डोडा बचाओ आंदोलन तक व उसके बाद प्रधानमंत्री के रूप में राज्य के कई दौरे पर उन्होंने विकास को तेजी देने और हालात की बेहतरी की लिए कई कोशिशें कर न सिर्फ जम्मूवासियों अपितु कश्मीरियों का दिल भी जीता।
अस्थि कलश को प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र ¨सह जम्मू लाएंगे। पहले चरण में अस्थियों को देश की प्रमुख 50 नदियों में 21 अगस्त को प्रवाहित किया जाएगा। दूसरे चरण में जम्मू कश्मीर में अस्थियों को विसर्जन होगा। इसकी तारीख का फैसला कुछ दिन में होगा।
पहले जम्मू कश्मीर के तीनों खित्तों में प्रवाहित करने के लिए अस्थियों को मंगलवार जम्मू लाया जाना था, लेकिन इसमें बदलाव किया गया।
जम्मू पहुंचने पर डॉ. जितेन्द्र ¨सह से भाजपा के वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता अस्थी कलश को स्वीकार करेंगे।अस्थी कलश को त्रिकुटानगर में पार्टी मुख्यालय मुखर्जी भवन में रखा जाएगा। डॉ. जितेन्द्र ¨सह ने कहा कि वह वाजपेयी की विचारधारा से शुरू से बहुत प्रभावित रहे हैं। जब वाजपेयी जम्मू आते थे तो मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी के रूप में वह उनका भाषण सुनने जाते थे। साथ में उनके कई ऐसे दोस्त भी होते थे जिनकी राजनीतिक विचारधारा तो अलग थी लेकिन उन्हें वाजपेयी का भाषण सुनना अच्छा लगता था।