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विलय नहीं, अनुच्छेद 370 है विवादास्पद

राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रदेश भाजपा ने कहा है कि देश में जम्मू-कश्मीर का विलय विवादास्पद नहीं बल्ि

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Oct 2017 03:00 AM (IST)Updated: Sat, 07 Oct 2017 03:00 AM (IST)
विलय नहीं, अनुच्छेद 
370 है विवादास्पद
विलय नहीं, अनुच्छेद 370 है विवादास्पद

राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रदेश भाजपा ने कहा है कि देश में जम्मू-कश्मीर का विलय विवादास्पद नहीं बल्कि अनुच्छेद 370 विवादस्पद है, जिसे अस्थायी रूप से लागू कर राज्य पर जबरदस्ती थोपा जा रहा है।

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जेएंडके बार एसोसिएशन कश्मीर की ओर से उच्चतम न्यायालय में विवादास्पद शपथ पत्र सौंपने पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा प्रवक्ता ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने कहा कि कश्मीरी समाज का एक हिस्सा जानबूझ कर शरारतें कर रहा है।

अनिल गुप्ता ने उच्चतम न्यायालय के स्टैंड की सराहना करते हुए कहा कि कश्मीर के वकीलों के संगठन के 70 वर्ष चुप रहने के बाद अचानक विलय को विवादित बताना स्पष्ट संकेत है कि ऐसा गलत नीयत से किया जा रहा है। शुक्रवार को जारी बयान में उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कश्मीर बार एसोसिएशन की ओर से एकतरफा संघर्ष विराम, अफस्पा हटाने और पैलेट गन के इस्तेमाल पर रोक लगाने को चुनौती दी गई थी, जिसे उच्च न्यायालय ने नकार दिया था। इसे उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी गई थी। इस पर उच्चतम न्यायालय ने सलाह दी थी कि एक जिम्मेदार इकाई होने के नाते उन्हें कश्मीर के हालात बेहतर बनाने का तरीका तलाशना चाहिए।

भाजपा नेता ने कहा कि अब जब संविधान का संशोधन कर देश से राज्य के रिश्ते को मजूबत बनाने की बातें हो रही हैं तो उस समय कानून जानने वाले लोगों को गुमराह कर उन्हें भड़काने की कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश से राज्य का विलय अंतिम है। इस पर अब कोई विवाद नहीं है। अनुच्छेद 370 को विवादित करार देते हुए उन्होंने कहा कि संविधान सभा को इसे समाप्त करने का अधिकार दिया गया था। ऐसा न कर लोगों के साथ अन्याय किया गया।


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