कश्मीरियों से संपर्क के लिए जारी किए 2 टेलीफोन नंबर, ईद से पहले वादी में माहौल सामान्य बनाने की कवायद
कश्मीर में बकरीद जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 भंग करने के बाद कश्मीर में फैले तनाव को कम कर हालात सामान्य बनाने की कवायद तेज कर दी है।
श्रीनगर, नवीन नवाज। जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन और अनुच्छेद 370 भंग करने के बाद कश्मीर में फैले तनाव को कम कर हालात सामान्य बनाने की कवायद तेज कर दी है। लक्ष्य है कि ईद से पहले वादी में हालात सामान्य हों और निषेधाज्ञा के बावजूद लोग बेखौफ त्योहार मना सकें। प्रधानमंत्री के संबोधन से राज्य प्रशासन की इन तैयारियों की झलक मिलती है।
दिल जीतने की तैयारी-
वादी में करीब 400 स्थानों पर लगेंगे वायरलेस टेलीफोन बूथ-
सोमवार को ईद-उल जुहा का मुबारक त्योहार भी है। मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य में लोगों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कई निर्देश जारी किए। अभी वादी में फोन सेवाएं और बाजार बंद हैं। ऐसे में लोग अपने रिश्तेदारों से संपर्क नहीं साध पा रहे हैं। इसी के मद्देनजर वादी में 400 से अधिक स्थानों पर वायरलेस फोन बूथ स्थापित किए जाएंगे। संपर्क बहाल होने के साथ-साथ अन्य विश्वास बहाली के उपाय भी जारी हैं।
चिकित्सा सुविधाएं तुरंत मुहैया करवाने के निर्देश
राज्यपाल ने जिला अधिकारियों को आम लोगों तक पहुंचने और बीमार लोगों का पता लगाकर चिकित्सा सुविधा यकीनी बनाने के लिए कहा। वादी से बाहर पढ़ाई कर रहे बच्चों से बातचीत के लिए परेशान अभिभावकों की मदद के लिए प्रत्येक जिला उपायुक्त कार्यालय में टेलीफोन हेल्पलाइन सेवा बहाल करने का निर्देश दिया। वायरलेस टेलीफोन सेवा के लिए करीब 400 स्थानों को चिह्नित करने का आदेश दिया जा रहा है।
आम आदमी इन नंबर पर करे संपर्क
श्रीनगर के जिला उपायुक्त डा. शाहिद इकबाल चौधरी के अनुसार जिला उपायक्त कार्यालय में हमने दो टेलीफोन सेवाएं 9419028242 और 9419028251 को शुरु किया है। अलबत्ता उन्होंने यह नहीं बताया कि आम आदमी इन नंबर पर कैसे संपर्क करेगा।
प्रत्येक अधिकारी को रोजाना 20 परिवारों से मिलने का निर्देश-
सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिया गया है कि अधीनस्थ अधिकारियों को विभिन्न इलाकों में भेजें और कम से कम 20 स्थानीय परिवारों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। यह निर्देश राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने वादी के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य व अन्य गतिविधियों की समीक्षा करते हुए जारी किए।
विभिन्न जगहों पर कुर्बानी के लिए जानवरों की मंडियां-
साथ ही विभिन्न जगहों पर कुर्बानी के जानवरों की मंडियां लगाने का निर्देश दिया गया है। इस बीच, एक अधिकारी ने बताया कि आम लोगों को ईद के लिए किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसलिए विभिन्न मोहल्लों में व्यापारी अपने सामान के साथ जा सकते हैं। इसके अलावा कुछ इलाकों में जानवर बेच सकेंगे लेकिन किसी को भी कानून व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
गौरतलब है कि संसद में राज्य का पुनर्गठन बिल रखने से पूर्व ही प्रशासन ने एहतियात के तौर पर रविवार रात से वादी में निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। पूरी वादी में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया। टेलीफोन सेवाएं और इंटरनेट सेवांए बंद हैं। इससे वादी में रहने वालों का भी राज्य से बाहर अपने रिश्तेदारों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
घरेलू सामान की खरीद के लिए मोबाइल वैन भेजी जाएंगी-
आवश्यक घरेलू सामान और राशन की किल्लत दूर करने के लिए मोबाइल वैन शुरू की जाएगी। इसके अलावा लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं भी उनके द्वार पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही राज्यपाल ने राज्य के हाजियों की वापसी के लिए किए जा रहे प्रबंधों का भी जायजा लिया। उन्हें एयरपोर्ट से घर तक पहुंचाने की व्यवस्था को यकीनी बनाने के लिए कहा।
डोभाल ने दिए निर्देश आम लोगों को न हो परेशानी
जानकारी हो कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने भी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करें कि प्रतिबंधों के दौरान आम लोगों को किसी भी तरह से परेशानी नहीं होनी चाहिए। सूत्रों के अनुसार, कश्मीर में तीन दिवसीय दौरे पर आए डोभाल ने बुधवार को दिल्ली लौटने से पहले जोर दिया था कि आम लोगों के जनजीवन को सामान्य बनाने में पूरा सहयोग करें। इससे पहले डोभाल ने शोपियां का दौरा कर कश्मीरियों से बातचीत करने के अलावा सुरक्षाबलों का भी हौसला बढ़ाया था।
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