सैन्य जवानों ने गर्भवती महिला को दी नई जिंदगी, 6 किलोमीटर पैदल चलकर महिला तक पहुंचे
सैन्य डाक्टरों ने जैतूना बेगम की स्थिति को किसी तरह संभाला और फिर वायुसेना के हेलीकॉप्टर में उसे पहले बांडीपोरा और फिर वहां से ललदेद अस्पताल श्रीनगर पहुंचाया
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उत्तरी कश्मीर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) के साथ सटे गुरेज सेक्टर में सेना ने समय रहते एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाकर उसे नई जिंदगी दी।
जानकारी के अनुसार, गुरेज सेक्टर के सतनी दावर गांव में जैतूना बेगम नामक एक गर्भवती महिला की तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। डॉक्टरों ने उसे और उसके पेट में पल रहे बच्चे की जान बचाने के लिए जल्द से जल्द बांडीपोरा स्थित जिला अस्पताल पहुंचाने का परामर्श दिया। राजधान पास में बर्फ के चलते बांडीपोरा पहुंचने का कोई जरिया नहीं था। चार दिन हो चुके थे।
जैतूना बेगम के परिजनों ने किसी तरह प्रशासन के अधिकारियों को अपनी दिक्कत की जानकारी दी। प्रशासन ने इसका संज्ञान लेते हुए दावर में एलओसी का जिम्मा संभालने वाली सेना के स्नो लैपर्ड ब्रिगेड को सूचित किया। इसके बाद जवानों का एक दस्ता अपने स्वास्थ्य कर्मियों संग आवश्यक साजो सामान लेकर पैदल ही बर्फ के बीच करीब छह किलोमीटर चलकर जैतूना बेगम के घर पहुंचा। डॉक्टरों ने उसकी जांच की और उसे आवश्यक उपचार देकर पहले अपने कैंप में बने अस्पताल पहुंचाया।
बताया जा रहा है कि जैतूना बेगम को रक्तस्राव हो रहा था। सैन्य डाक्टरों ने उसकी स्थिति को किसी तरह संभाला और फिर वायुसेना के हेलीकॉप्टर में उसे पहले बांडीपोरा और फिर वहां से ललदेद अस्पताल श्रीनगर पहुंचाया, जहां उसकी हालत अब पहले से बेहतर बताई जाती है।