लद्दाखी युवाओं को हिमस्खलन, भू-स्खलन, भूकंप, बाढ़ जैसे हालात से निपटने में दक्ष बना रही सेना
स्थानीय युवाओं को तैयार किया गया कि वे अपने अपने गांवों में युवाओं को प्रशिक्षण देकर सिखाएंगे कि उन्हें आपदा के दौरान किस तरह से जान माल का नुकसान होने से बचाना। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में स्थानीय युवाओं की ओर से भारी उत्साह दिखाया जा रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : मौसम की चुनौतियों का सामना करने वाले लद्दाख में भारतीय सेना क्षेत्र के युवाओं को प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने में दक्ष बना रही है।
लद्दाख की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही सेना की चाैदह कोर आपदा मित्र योजना के तहत स्वयंसेविओं को सिखा रही है कि हिमस्खलन, भू स्खलन, भूकंप, बाढ़ जैसे हालात का किस तरह से सामना कर लोगों को बचाया जा सकता है। लद्दाख आपदा प्रबंधन विभाग के सहयोग से आयोजित किए जा रहे इस अभियान के तहत लेह व कारगिल जिलों में बारह दिन की ट्रैनिंग देकर 200 युवक, युवतियों को तैयार किया जा रहा है।
सियाचिन ग्लेशियर, पूर्वी लद्दाख के दुर्गम इलाकों की सुरक्षा की जिम्मेवारी संभाल रही सेना की 8 माउंटेन डिवीजन व लद्दाख कोर दे रही है ट्रैनिंग। युवाओं को हिमस्खलन, अन्य आपदाओं का सामना करना सिखाया जा रहा है। ऐसे कार्यक्रम 3 जून तक जारी रहेंगे।
इस सिलसिले में सेना की 8 माउंटेन डिवीजन की छठी बटालियन ने कारगिल जिले के कारगिल व बटालिक इलाकों में कार्यक्रमों का आयोजन कर युवाओं को आपदा प्रबंधन की ट्रैनिंग दी। स्थानीय युवाओं को तैयार किया गया कि वे अपने अपने गांवों में युवाओं को प्रशिक्षण देकर सिखाएंगे कि उन्हें आपदा के दौरान किस तरह से जान, माल का नुकसान होने से बचाना। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में स्थानीय युवाओं की ओर से भारी उत्साह दिखाया जा रहा है।
लद्दाख के दूरदराज इलाकों में आपदा की स्थिति में सेना, आपदा प्रबंधन की टीमों को पहुंचने में समय लगता है, ऐसे में सबसे पहले स्थानीय लोग ही मदद के लिए पहुंचते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए आपदा मित्र योजना के तहत युवाओं को सिखाया जा रहा है कि बचाव टीमों के मौके तक पहुंचने से पहले उन्हें लाेगाें को बचाने के लिए क्या कार्यवाही करनी है।