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रियासी में सेना के हेलिकाॅप्टर ने की इमरजेंसी लैंडिंग, पायलट की सूझबूझ से बची दोनों की जानें

हेलिकाॅप्टर नाले में इमरजेंसी लैंडिंग के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि दोनों पायलट इस हादसे में सुरक्षित बच गए हैं। सेना ने इस मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 03:44 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 03:52 PM (IST)
रियासी में सेना के हेलिकाॅप्टर ने की इमरजेंसी लैंडिंग, पायलट की सूझबूझ से बची दोनों की जानें
रियासी में सेना के हेलिकाॅप्टर ने की इमरजेंसी लैंडिंग, पायलट की सूझबूझ से बची दोनों की जानें

जम्मू, राज्य ब्यूरो। रियासी जिले के माहौर में सोमवार को उड़ान के दौरान सेना के चीता हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आ गई, लेकिन पायलट की सूझबूझ और सुरक्षित लैंडिंग से बड़ा हादसा टल गया। हालांकि लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर 11 केवी की हाईटेंशन लाइन में उलझ गया, लेकिन गनीमत यह थी कि तब बिजली बंद थी और हेलीकॉप्टर क्रैश होने से बच गया। हेलीकॉप्टर में सवार सेना का पायटल व पैरा रेजीमेंट के कर्नल दोनों सुरक्षित हैं।

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घटना सुबह करीब 11:15 बजे की है। सेना का चीता हेलीकॉप्टर नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था। बताया जा रहा है कि हेलीकॉप्टर ऊधमपुर से रियासी जिले में स्थित सेना की ठाकरा कोट रेंज में जा रहा था। सेना इस इलाके में नियमित निरीक्षण करती है। जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर पश्चिम में रूड नाला इलाके में पहुंचने पर हेलीकॉप्टर के रोटर ने काम करना बंद कर दिया। इसका आभास होते ही पायलट ने आपात र्लैंंडग के लिए हेलीकॉप्टर को धीरे-धीरे नीचे लाना शुरू कर दिया। यह क्षेत्र चिनाब दरिया से सटा है।

इसी दौरान वह 11 केवी की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। तार टूट कर हेलीकॉप्टर में उलझ गए। जिस समय हादसा हुआ उस समय बिजली सप्लाई बंद थी, जिससे बड़ी घटना टल गई। हादसे में हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया। इसके बावजूद पायलट ने सुरक्षित आपात लैंडिंग करा ली। हादसे के बाद सेना की स्थानीय यूनिट हरकत में आ गई। सेना ने एक अन्य हेलीकॉप्टर में दोनों सैन्य अधिकारियों को वहां से मंजिल तक पहुंचाया । हादसे के कारणों को जानने के लिए सेना ने कोर्ट ऑफ इनक्वायरी के आदेश दिए हैं। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों अधिकारी सुरक्षित हैं। बिजली विभाग के सहायक कार्यकारी अभियंता विजय कुमार ने बताया कि सोमवार सुबह माहौर में 11 केवीए की लाइन में खराबी आ गई थी। इसे ठीक करने के लिए शट डाउन लिया गया था।

जम्मू-कश्मीर में सेना अपने चीता हेलिकाॅप्टरों के जरिए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य करती है। गत दिनों नगरोटा के बन टोल प्लाजा में आतंकवादी हमले के बाद सेना ने हेलिकाॅप्टरों का इस्तेमाल कर इस पूरे इलाके को खंगालने में सहयोग दिया था।

इससे पहले गत वर्ष 24 अक्टूबर को सेना का एडवांस लाइट हेलिकाॅप्टर सीमावर्ती पुंछ जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में सेना की उत्तरी कमान के पूर्व आर्मी कमांडर सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह समेत नौ सैन्यकर्मी घायल हो गए थे। ठीक इन्हीं हालात में तकनीकी खराबी आने के बाद सेना के पायलट ने हेलिकॉप्टर को पुंछ के निकट एक नाले में लैंड करने की कोशिश की थी। इस दौरान सेना का हेलिकॉप्टर नाले में गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया था। अलबत्ता स्थानीय लोगों ने मदद में आकर सभी सैन्य अधिकारियों, कर्मियों को सुरक्षित निकालने में पूरा सहयोग दिया था।


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