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Jammu: आर्मी कमांडर वाईके जोशी ने जवानों को दिए निर्देश, बुलंद हौसलों से सुनिश्चित करें नियंत्रण रेखा की सुरक्षा

नियंत्रण रेखा के दौरे के दौरान सुरक्षा संबंधी सभी पहलुओं पर गौर किया गया। उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के साथ इस दौरे में सेना की सोलह कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचेंद्र कुमार व अन्य कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 08:27 AM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 08:27 AM (IST)
Jammu: आर्मी कमांडर वाईके जोशी ने जवानों को दिए निर्देश, बुलंद हौसलों से सुनिश्चित करें नियंत्रण रेखा की सुरक्षा
नियंत्रण रेखा के चुनौतीपूर्ण हालात में कड़ी सर्तकता बरत रहे सेना के अधिकारियों व जवानों की सराहना भी की।

राजौरी, जागरण संवाददाता: सेना की उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने सैनिकों को बुलंद हौंसले के साथ नियंत्रण रेखा की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी मुहिम जारी रखने के लिए कहा है।

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नियंत्रण रेखा के जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए राजौरी जिले के सुंदरबनी के अग्रिम इलाकों में पहुंचे आर्मी कमांडर ने जवानों से बातचीत कर उनका हौंसला बढ़ाया। सैन्य सूत्रों के अनुसार आर्मी कमांडर ने एक दिवसीय दौरे के दौरान राजौरी जिले की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले फील्ड कमांडरों से नियंत्रण रेखा की मौजूदा चुनौतियों व उनका सामना करने के लिए सेना की ओर से की जा रही कार्रवाई के बारे में भी जानकारी हासिल की।

भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच 26 फरवरी के संघर्ष विराम समझौते के बाद नियंत्रण रेखा पर इस समय हालात शांतिपूर्ण है। इसके बावजूद सेना किसी भी प्रकार का जोखिम न उठाते हुए किसी भी प्रकार के हालात का सामना करने के लिए तैयार है। जम्मू में पाकिस्तान की ओर से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हो रही शरारतों को ध्यान में रखते हुए सेना अलर्ट है।

ऐसे हालात में नियंत्रण रेखा के दौरे के दौरान सुरक्षा संबंधी सभी पहलुओं पर गौर किया गया। उत्तरी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के साथ इस दौरे में सेना की सोलह कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सुचेंद्र कुमार व अन्य कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान बैठक कर आर्मी कमांडर ने रक्षा बुनियादी ढांचे के विकास और परिचालन तैयारियों की समीक्षा करने के साथ कोरोना का सामना करने के लिए सेना द्वारा की जा रही कार्रवाई के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने नियंत्रण रेखा के चुनौतीपूर्ण हालात में कड़ी सर्तकता बरत रहे सेना के अधिकारियों व जवानों के जज्बे की सराहना भी की।

सेना की सोलह कोर की सैन्य डिवीजनें सुंदरबनी सेक्टर में आने वाले राजौरी और जम्मू दोनों जिलों में नियंत्रण रेखा की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है। सुंदरबनी सेक्टर में आने वाला अखनूर का केरी बट्टल क्षेत्र को अति संवेदनशील इलाका है। पाकिस्तान इस इलाके में अकसर शरारतें करता है। ऐसे में संघर्ष विराम के बाद भी सेना इस इलाके में दुश्मन की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए सुरक्षा के अपने स्तर को कभी कम नही करती है। इस इलाके में पहले भारत व पाकिस्तानी सेना के बीच अकसर गोलाबारी होती थी।


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