Move to Jagran APP

कश्मीर में जल्द सामान्य होंगे हालात: आर्मी चीफ

आतंकी संगठन जमात-उत-दावा की बदली रणनीति ने सेना की चिताएं बढ़ा दी हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 08 Jun 2017 03:01 PM (IST)Updated: Thu, 08 Jun 2017 03:01 PM (IST)
कश्मीर में जल्द सामान्य होंगे हालात: आर्मी चीफ
कश्मीर में जल्द सामान्य होंगे हालात: आर्मी चीफ

 दिल्ली (ANI )। सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कश्मीर हालात के जल्द सुधरने की उम्मीद जतायी। सेनाध्यक्ष का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब कश्मीर में सेना के खिलाफ हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। घाटी में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियो के खिलाफ जारी सेना के ऑपरेशन के बीच में कुछ पथरबाज़ी की घटनाये हो रही है।

loksabha election banner

आर्मी चीफ ने कहा कि कश्मीर में अशांति की मुख्य वजह सोशल मीडिया भी है, जिसके जरिए पाकिस्तान कश्मीर युवाओं को उकसा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान घाटी के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचनाएं मुहैया करायी जा रही हैं, जिसमें वीडियों और ऑडियों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है और भारत के खिलाफ विरोध को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे ही कुछ वीडियों और ऑडियों से प्रभावित होकर कश्मीर के युवा आतंकवादी संगठन में शामिल हुए। सरकार के आकंड़ों के मुताबिक कश्मीर घाटी में करीब 200 आतंकवादी सक्रिय हैं, जो कि पिछले वर्षों की तुलना में कम हैं। हालांकि आतंकी संगठन जमात-उत-दावा की बदली रणनीति ने सेना की चिताएं बढ़ा दी हैं। बता दें कि इन आतंकी संगठनों की ओर से सोशल मीडिया का काफी इस्तेमाल हो रहा है।

सरकार की ओर से घाटी के ऐसे सोशल मीडिया नेटवर्क पर निगरानी रखने की बात कही जा रही है, जो घाटी में गलत सूचनाएं देकर पत्थबाजी जैसी घटनाओं को हवा देते हैं। जमात-उत-दावा ने कश्मीर में युद्ध के लिए सोशल मीडिया के जरिए एक विज्ञापन निकालकर वर्कशाप में शामिल होने की अपील की है।

यह भी पढ़ेंःआतंकियों ने की घुसपैठ की कोशिश, मुठभेड़ में एक जवान शहीद, तीन आतंकी ढेर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.