भारत-पाक सीमा पर पहुंचे सेना प्रमुख नरवणे ने जवानों से कहा- सीजफायर-घुसपैठ के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएं
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने अपनी जान की परवाह न कर भारतीय सरहदों की रक्षा कर रहे भारतीय जवानों के जोश जज्बे और राष्ट्रभक्ति की भी सराहना की।
जम्मू, जेएनएन। थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी व घुसपैठ के प्रति जीरो टालरेंस की नीति अपनाने के निर्देश दे जवानों का हौंसला बढ़ाया है।
जम्मू में 192 किलोमीटर आइबी की सुरक्षा में सीमा सुरक्षा बल पहले चक्र में तो सेना दूसरे चक्र में तैनात है। ऐसे में आर्मी चीफ ने करीब पांच घंटे तक आईबी का एरियल सर्वे करने के साथ सांबा व कठुआ जिले के हीरानगर में फील्ड कमांडरों से सीमा के हालात जानने के साथ जवानों का मनोबल बढ़ाया। आईबी का हवाई सर्वे करते हुए जनरल नरवने शाम को कठुआ के साथ लगते पठानकोट के ममून कैंट के लिए रवाना हो गए।
सोमवार सुबह को जम्मू के औचक दौरे पर पहुंचे जनरल नरवने में सेना की पश्चिमी कोर की रायजिंग स्टार कोर की जम्मू के सतवारी स्थित टाइगर डिवीजन में अधिकारियों से बैठक कर आईबी, साथ सटे इलाकों के सुरक्षा परिदृश्य, सीमा पार जारी साजिशें व उनका मुहंतोड़ जवाब देने के लिए की गई तैयारियों पर चर्चा की। उनके साथ पश्चिमी कोर के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह, रायजिंग स्टार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र दिवेद्धी, टाइगर डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल वीबी नायर व जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के एयर आफिसर कमांडिंग एयर कमाडोर एएस पठानिया भी मौजूद थे।
टाइगर डिव में पश्चिम कमान के आर्मी कमांडर ने सेना प्रमुख को सीमा पर आपरेशनल तैयारियों, सुरक्षा के बुनियादी ढांचे की मजबूती, घुसपैठ, गोलाबारी नकारने की कारवाई व जवानों केे उच्च मनोबल के बारे में जानकारी दी।
बैठक के बाद सेना प्रमुख ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सेना की पश्चिमी कमान के जवानों व अधिकारियों काे जम्मू से संबोधित कर विश्वास जताया कि वे कड़ी सतर्कता से दुश्मन के मसूबों को नाकाम बनाने की मुहिम को जारी रखेंगे। उन्होंने सैनिकों के उंचे मनोबल की भी सराहना की। उन्होंने कोरोना संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सेना की पश्चिमी कमान द्वारा आपरेशन नमस्ते के तहत किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की।
वहीं दोपहर बारह बजे के करीब आर्मी चीफ हेलीकाप्टर से सीमा हालात जानने के लिए रवाना हो गए। जम्मू सेक्टर के सीमांत इलाकों का दौरा करने के बाद आर्मी चीफ सांबा पहुंचे। सांबा के अग्रिम पूलपुर इलाके में उन्होंने फील्ड कमांडरों से हालात जानने के बाद सैनिकों से बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाया। आर्मी चीफ दोपहर दो बजे तक सांबा में रूके। इसके बाद वह कठुआ जिले के हीरानगर में पहुंचे। आर्मी चीफ का हेलीकाप्टर गदयाल गांव में उतरा। कठुआ जिले की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की गुर्ज डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल वाईपी खंडूरी ने आर्मी चीफ को हालात के बारे में बताया। इसके बाद जनरल नरवने ने सीमा पार से घुसपैठ के लिए चर्चा में रहने वाली मनयारी पोस्ट का भी दौरा किया।
पश्चिमी कमान के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन आर्मी चीफ ने जम्मू में आंतरिक सुरक्षा मामलों, सीमा के हालात, संघर्ष विराम के दौरान भारतीय सेना की कार्रवाई व घुसपैठ विरोधी तंत्र के बारे में जानकारी ली। इसके बाद शाम पांच बजे के करीब कठुआ से हेलीकाप्टर में पठानकोट के ममून कैंट पहुंच गए थे।