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कुलगाम में एक और युवक आतंकी बना, हड़ताल से जनजीवन प्रभावित

कुलगाम का एक और युवक लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बन गया है। उसने भी सोशल मीडिया पर अपनी फोटो वायरल कर आतंकी बनने का एलान किया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 29 May 2018 10:22 AM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 04:37 PM (IST)
कुलगाम में एक और युवक आतंकी बना, हड़ताल  से जनजीवन प्रभावित
कुलगाम में एक और युवक आतंकी बना, हड़ताल से जनजीवन प्रभावित

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कुलगाम का एक और युवक लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी बन गया है। उसने भी सोशल मीडिया पर अपनी फोटो वायरल कर आतंकी बनने का एलान किया है। युवक सुहैल अहमद डार 12 अप्रैल 2018 को लापता हुआ था और उसके बाद से उसकी तलाश की जा रही थी।

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गौरतलब है कि 12 अप्रैल को खुडवनी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी। स्थानीय लोगों के सहयोग से आतंकी बच निकले थे। लोगों ने आतंकियों को लेकर बाइक पर रैली भी निकाली थी।

सूत्रों ने बताया कि 24 वर्षीय सहुैल खुडवनी के साथ सटे रेडवनी गांव का रहने वाला है। आतंकी बनने से पहले वह एक आरा मशीन पर काम करता था। फिलहाल, पुलिस ने उसके आतंकी बनने और सोशल मीडिया पर जारी हुई उसकी तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए जांच शुरू कर दी है।

हड़ताल  से जनजीवन प्रभावित

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में हड़ताल से जनजीवन प्रभावित रहा। प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं। इस बीच रविवार रात मुठभेड़ के दौरान मारे गए सूमो चालक को दफना दिया गया।रविवार रात हथियारों से लैस आतंकियों ने काकपोरा पुलवामा में सैन्य शिविर पर हमला किया था।

सेना के जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान एक सैन्यकर्मी के अलावा सूमो चालक बिलाल अहमद गनई गोली लगने से घायल हो गए थे। बाद में दोनों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। बिलाल की मौत के बाद से इलाके में तनाव था। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही नाममात्र थी। इस दौरान कुछ युवकों ने भड़काऊ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला और सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ दिया।

लोगों ने बताया कि बिलाल का छोटा भाई मेहराज जो मुठभेड़ के समय से लापता था, आज घर पहुंचा। वह किसी से बात करने की स्थिति में भी नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने भी इस तथ्य की पुष्टि करते हुए बताया कि जब वह सामान्य होगा,तभी उससे बातचीत होगी। दोपहर 12 बजे के करीब बिलाल गनई को उसके पैतृक गांव नारवा के कब्रिस्तान में दफनाया गया।

लोगों ने आरोप लगाया है कि बिलाल अपने भाई के साथ अपनी सूमो में काकपोरा से गुजर रहा था कि सेना के जवानों ने उन पर गोली चला दी जबकि पुलिस ग्रामीणों के दावे को नकारते हुए कहा है कि बिलाल को गोली क्रॉस फाय¨रग में लगी है। इस बीच कुछ अन्य लोगों ने दावा किया है कि शिविर पर हमला करने वाले आतंकी बिलाल की सूमो में ही सवार थे। 


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