पीडीपी से गठबंधन टूटने के बाद पहली बार दो दिवसीय दौरे पर जम्मू पहुंचे अमित शाह
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच गए हैं। महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद भाजपा लगातार आक्रामक मूड में दिख रही है
जम्मू, राज्य ब्यूरो। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जम्मू के दो दिवसीय दौरे पर पहुंच गए हैं। जम्मू एयरपोर्ट पर उनका पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। वह जम्मू में पार्टी नेताओं के साथ बैठक करने के अलावा शाम में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
राज्य में कुछ दिन पहले ही गठबंधन सरकार के टूटने के बाद अमित शाह के इस दौरे को अहम माना जा रहा है। शाह करीब ग्यारह बजे जम्मू एयरपोर्ट पर पहुंचे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता, विधायक राजेश गुप्ता सहित कई विधायक और पार्टी पदाधिकारी पहुंचे हुए थे।
एयरपोर्ट से उन्हें एक बाइक रैली में गेस्ट हाउस ले जाया गया। बाइक रैली का आयोजन भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया था। इस दौरान पूरे मार्ग पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। भाजपाा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि देंगे।
इस दौरान वह पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर राज्य के वर्तमान हालात की समीक्षा करेंगे। वह शाम को जम्मू के परेड में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे और यहीं से चुनावी तैयारियों का बिगुल भी फुकेंगे।
जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी का गठबंधन टूटने पहली बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे। शाह यहां एक रैली को संबोधित करेंगे। शाह के राज्य दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अमित शाह की यह रैली ऐसे समय में आयोजित की जा रही है जब उनकी पार्टी बीजेपी ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
भाजपा अध्यक्ष अपने दौरे की शुरूआत जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देकर करेंगे। अमित शाह डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया से जुड़े कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे तथा दूसरे सांगठनिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा अमित शाह पार्टी नेताओं की ओर से आयोजित एक रोड शो में हिस्सा भी लेंगे।
महबूबा मुफ्ती सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद भाजपा लगातार आक्रामक मूड में दिख रही है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने बुधवार को कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही थी जिस कारण गठबंधन टूटने की नौबत आई। शाह के साथ बीजेपी के संगठन महामंत्री रामलाल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनिर्बान गांगुली भी जम्मू पहुंच गए हैं। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया है। बीते एक दशक में यह चौथी बार है जब राज्य में राज्यपाल शासन लगा है।
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों समेत ‘सोशल मीडिया कार्यकर्ताों’ को शाह ने मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों बताने के लिए कहा।