अमित शाह जम्मू में बनाएंगे भाजपा की चुनावी रणनीति
राज्य ब्यूरो, जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 24 फरवरी से जम्मू के दो दिवसीय दौरे के
राज्य ब्यूरो, जम्मू : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 24 फरवरी से जम्मू के दो दिवसीय दौरे के दौरान राज्य में संसदीय चुनाव में पार्टी को सफलता दिलाने की रणनीति तय करेंगे।
पार्टी इस बार जम्मू कश्मीर में सभी छह संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है। ऐसे में अमित शाह के दौरे के दौरान संसदीय सीटों के उम्मीदवारों के नाम भी फाइनल हो जाएंगे। सूत्रों के अनुसार पार्टी की कोशिश है कि समय रहते उम्मीदवार तय हो जाएं, ताकि उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
जम्मू में अपने दौरे के दौरान अमित शाह बूथ स्तर पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं के पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करने के साथ संसदीय उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने के लिए प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बैठक भी करेंगे। इस बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री राम लाल, राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्य प्रभारी अविनाश राय खन्ना, प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना और कश्मीर व लद्दाख के कई वरिष्ठ नेता भी हिस्सा लेंगे। इस बैठक में सबसे राय लेकर पार्टी उम्मीदवारों के नामों को लेकर सहमति बनाई जाएगी। अलबत्ता संसदीय सीटों के उम्मीदवारों के नामों का औपचारिक फैसला भाजपा का संसदीय बोर्ड करता है।
राज्य में निकाय, पंचायत चुनाव में जम्मू के साथ कश्मीर में मजबूत होने के बाद भाजपा इस बार राज्य की सभी छह संसदीय सीटों से चुनाव लड़ने के बारे में सोच रही है। हाल ही में राज्य दौरे पर आए राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने स्पष्ट किया था कि जम्मू के साथ कश्मीर संभाग की संसदीय सीटों से भी उम्मीदवार उतारने पर विचार हो रहा है। भाजपा ने जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने के लिए सज्जाद लोन की पीपुल्स कांग्रेस के साथ गठजोड़ किया था। अब पीडीपी के कई पूर्व विधायकों के पीपुल्स कांफ्रेंस में आने के बाद यह पार्टी मजबूत बन रही है। ऐसे में भाजपा संसदीय चुनाव में पीपुल्स कांफ्रेंस को भी सहयोग दे सकती है।
भाजपा जम्मू संभाग की दो संसदीय सीटें जीतने को लेकर आश्वस्त है, लेकिन लद्दाख के सांसद थुप्स्तन छिवांग के इस्तीफा देने के बाद क्षेत्र की संसदीय सीट जीतना सिरदर्द बन गया है। ऐसे में शाह के दौरे से पहले भाजपा थुप्स्तन छिवांग को मनाने के लिए पूरी कोशिश करेगी। इसके लिए कुछ नेताओं को जिम्मेदारी भी दी जा रही है। वर्ष 2014 के संसदीय चुनाव में जुगल किशोर शर्मा व डॉ. जितेंद्र ¨सह जम्मू संभाग की दो सीटों से चुनाव जीते थे। वहीं, थुप्स्तन छिवांग लद्दाख से जीतकर आए थे। दूसरी ओर विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए चौधरी लाल ¨सह ने भी अपने डोगरा स्वाभिमान संगठन को राजनीतिक पार्टी बनाकर संसदीय चुनाव में उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर दी है। ऐसे में शाह जम्मू दौरे के दौरान लाल ¨सह को मनाने की कोशिश भी कर सकते हैं।