Amarnath Yatra: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की संभालना, अमरनाथ यात्रा 4 अगस्त तक स्थगित Jammu News
एक जुलाई से शुरू हुई बाबा अमरनाथ यात्रा ने एक महीने की अवधि पूरी कर ली है। अब तक 3.32 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर लिए हैं।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में अगले कुछ दिनों के दौरान भारी बारिश के पुर्वानुमान को देखते हुए प्रशासन ने बाबा अमरनाथ यात्रा को 4 अगस्त तक स्थगित करने का फैसला किया है। भारतीय मौसम विभाग ने पूरे राज्य में अगले कुछ दिनों के दौरान भारी बारिश की सूचना दी है। जिससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, विशेषकर रामबन और बनिहाल के बीच भारी भूस्खलन हो सकता है। भूस्खलन और पत्थरों के गिरने से यह हिस्सा काफी संवेदनशील हो गया है। वहीं बालटाल और पहलगाम में बारिश के कारण दोनों यात्रा मार्गों पर भी फिसलन काफी बढ़ गई है। इन हालात को देखते हुए बाबा अमरनाथ यात्रा को चार अगस्त तक स्थगित रखा जाएगा। इस दौरान जम्मू से कोई भी जत्था रवाना नहीं होगा।
मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद वीरवार को भी बाबा अमरनाथ यात्रा को जम्मू से स्थगित कर दिया गया था। लगातार दूसरे दिन भी यात्रा रवाना न होने के कारण भगवती नगर, आसाराम बाबू आश्रम व भगवती नगर में श्रद्धालुओं का काफी रश बढ़ गया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन के नजदीक अभी भी कई जगह भूस्खलन होने से मार्ग बंद है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए पहलगाम व बालटाल से भी श्रद्धालुओं को जम्मू की ओर आने से रोका गया है। यात्रा के आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर में 2500 से अधिक श्रद्धालुओं ने डेरा डाला हुआ है।
एक जुलाई से शुरू हुई बाबा अमरनाथ यात्रा ने एक महीने की अवधि पूरी कर ली है। अब तक 3.32 लाख के करीब श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर लिए हैं। यात्रा 15 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन संपन्न होगी। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण पहलगाम और बालटाल से यात्रा कर वापस लौट रहे श्रद्धालुओं को बनिहाल में ही रोका गया है। मार्ग को साफ करने का काम तेजी से चल रहा है। लंबे अरसे के बाद यह पहली बार है जब बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा में एक महीने तक बाबा बर्फानी विराजमान हैं। पिछले साल पंद्रह दिन बाद ही हिमशिवलिंग अंर्तध्यान हो गए थे।
यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह बना हुआ है। अब तक यात्रा के दौरान 31 श्रद्धालुओं की हृ़दयघात से मौत हो चुकी है।
वहीं ट्रैफिक विभाग का कहना है कि रामबन में बैटरी नाले और शेतानी नाले में भूस्खलन होने से मलवा सड़क पर बार-बार आ रहा है। यही नहीं पहाड़ों से पत्थरों का गिरना भी जारी है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी गई है। सड़क पर गिरे मलवे को हटाने का काम तेजी से जारी है। यदि मौसम साफ रहता है तो दोपहर बाद तक मरम्मत कार्य पूरा होते ही सबसे पहले राष्ट्रीय राजमार्ग पर फंसे वाहनों को निकालने का प्रयास किया जाएगा।
कुछ श्रद्धालु माता वैष्णो देवी निकले तो कई जम्मू घूमने लगे
अमरनाथ यात्र चार अगस्त तक स्थगित करने की सूचना के बाद श्रद्धालुओं में निराशा छा गई। वीरवार को जाने वाले जत्थे में शामिल श्रद्धालु बुधवार 10 बजे से जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर पहुंचने शुरू हो गए थे। आधार शिविर बाबा बर्फानी के जयघोष से सुबह से रात गूंज रहा है। यात्रियों की सेवा में जुटे लंगर सेवकों का उत्साह यात्र को यादगार बनाने वाला है। शाम को यात्र स्थगित होने की सूचना के बाद बहुत से यात्रियों ने माता वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए रवाना हुए। वहीं बहुत से श्रद्धालुओं का कहना था कि इतने दिनों तक रुकना संभव नहीं है। वह बार यात्र न जाने का मलाल रहेगा। अगले वर्ष यात्र के लिए जरूर आएंगे। वहीं गंगानगर के राजेंद्र सिंह, जय सिंह आदि ने कहा कि अब यात्र के लिए आए हैं तो दर्शन करके ही लौटेंगे। बाबा अमरनाथ के दर्शन करना बड़े भाग्य की बात है।
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