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आस्था के मेले में राष्ट्रवाद की धुन की गूंज

सतनाम सिंह/शांतिभूषण शर्मा जम्मू जोश उत्साह और आस्था का सैलाब। अमरनाथ यात्रा के लिए

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jul 2019 09:53 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2019 09:53 AM (IST)
आस्था के मेले में राष्ट्रवाद की धुन की गूंज
आस्था के मेले में राष्ट्रवाद की धुन की गूंज

सतनाम सिंह/शांतिभूषण शर्मा, जम्मू

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जोश, उत्साह और आस्था का सैलाब। अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना होने से पूर्व भगवती नगर स्थिति कुछ ऐसा ही नजारा था। रविवार सुबह श्रद्धालु बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए आधार शिविर बालटाल व पहलगाम के लिए रवाना हुए। इस दौरान यात्री निवास में उत्सव सा माहौल था। आस्था के इस मेले में हर कोई जोश में सराबोर था। एक ओर बम बोले के जयकारे गूंज रहे थे और वहीं राष्ट्रप्रेम की धुन सुनाई दे रही थी।

हर कोई इस क्षण को कैमरे में कैद करने को उत्सुक था। श्रद्धालु भी व्यवस्था और स्वागत से अभिभूत थे। जम्मू के सामाजिक संगठन और प्रशासन इस मौके को श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे थे।

देशभर के कोने-कोने से आए श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए जम्मू पहुंचे थे। यहां से विशेष सुरक्षा काफिले के साथ उन्हें आधार शिविर बालटाल व पहलगाम आधार शिविर ले जाया गया। आतंकियों से बेखौफ श्रद्धालु बम-बम भोले का जयघोष करते दिख रहे थे। सुरक्षा बल भी चौकसी के साथ मुस्तैद थे पर श्रद्धालुओं का जोश थम नहीं रहा था। पंजाब से आए कुलदीप ने बताया कि उनका पूरा ग्रुप आया है और हम यहां की व्यवस्था देखकर गद्गद हैं। ऐसे स्वागत की अपेक्षा नहीं थी। सुरक्षा बलों की ऐसी चौकसी है, ऐसे में उन्हें किसी तरह का कोई खतरा नहीं दिखता है। वह बहुत उत्सुक हैं उन्हें बाबा बर्फानी के दर्शनों का अवसर मिल रहा है।

उत्तर प्रदेश के कानपुर से पहली बार यात्रा पर आए राजेश और नवदीप ने कहा कि हमने कश्मीर में आतंकवाद के बारे में तो सुना है लेकिन सेना, सीआरपीएफ, सुरक्षा बलों पर पूरा यकीन है। अब हमें किसी किस्म का खौफ नहीं है। पंजाब के जालंधर से आए कौशिक, विपिन ने कहा कि सेना हर दुश्मन की हर नापाक हरकत का जवाब देने में सक्षम है। सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में आतंकवादी कैंपों को नष्ट कर सेना यह जता चुकी है कि किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए रात दिन एक करने वाले सुरक्षा बलों को हम सैल्यूट करते है। सीआरपीएफ का बैंड भर रहा था जोश

एक तरफ श्रद्धालुओं उल्लास में डूबे थे और उस पर प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की यात्रा को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रखी थी। सीआरपीएफ पर काफिले की सुरक्षा की मुख्य जिम्मेवारी है। जवान चौकस काफिले की अगुवाई कर रहे ही था, सीआरपीएफ का बैंड देशभक्ति गीतों की धुन बजाकर राष्ट्रवाद की भावनाओं का ज्वार बढ़ा रहे थे। जरा याद करो कुर्बानी.. की धुन बजीं तो पूरा माहौल राष्ट्रवाद की भावनाएं से भर गया। फहराता रहा तिरंगा

आधार शिविर में युवा तिरंगे के साथ भी पहुंचे थे। युवा तिरंगे को फहराते तो श्रद्धालु भारत मां के जयकारे लगाते। इसी के साथ भारतीय सेना जिंदाबाद के नारे भी गूंजते रहे। बाइक पर पहुंचे थे युवा

बाइक सवार दिल्ली के युवाओं की टोली विशेष आकर्षण का केंद्र थी। युवा विशेष तिरंगे रंग की टोपी पहने थे और बाइक से भी यात्रा में शामिल हुए। भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। महाराष्ट्र के विट्ठल गिरी बाइक से गए

महाराष्ट्र से आए साधु विट्ठल गिरी बाइक से ही जम्मू तक आए थे। यहां से बालटाल आधार शिविर के लिए वह बाइक से ही रवाना हुए। उनका कहना था कि भोलेनाथ का आशीर्वाद है, ऐसे में डर की कोई बात नहीं। वह पहले भी इसी तरह बाइक पर जाते रहे हैं। जंगम साधुओं का शाही स्वागत

भगवान शिव के मानस पुत्र माने जाने वाले जंगम साधुओं का इस अवसर पर शाही अंदाज में स्वागत किया गया। क्षेत्र के कलाकार विशेष वाद्ययंत्र बजाते हुए उनके आगे-आगे चल रहे थे और जंगम साधु भगवान शिव का गुणगान कर रहे थे। डोगरी पगड़ी रही आकर्षण का केंद्र

इस दौरान सभी प्रमुख नेता एवं राज्यपाल के सलाहकार डोगरी पगड़ी में श्रद्धालुओं का स्वागत करने पहुंचे थे। उनकी यह पगड़ी डोगरी आन व शान का बखान कर रही थी।


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