Jammu Kashmir Lockdown: पवित्र रमजान के पहले रोजे पर सूनी रही जम्मू-कश्मीर की सभी मस्जिदें
आज सुबह जामिया मस्जिद समेत वादी की सभी प्रमुख मस्जिदों से आम नमाजी पूरी तरह दूर रहे। सिर्फ कुछेक मस्जिदों में अजान के लिए मुअज्जिन ही नजर आए।
राज्य ब्यूरो श्रीनगर। कोविड-19 के संक्रमण का असर शनिवार को पवित्र रमजान की पहली रोजदारी पर भी साफ नजर आया। पहले दिन मस्जिदें नमाजियों के बिना पूरी तरह सूनी रही। न सुबह कोई नमाज अदा करने आया न बाद में। ऐतिहासिक जामिया मस्जिद भी आम नमाजियों के लिए बंद रही।
इस बीच, पूरी वादी में लॉकडाउन के चलते सामान्य जनजीवन पूरी तरह प्रभावित रहा। सिर्फ आवश्यक सेवाओं से संबधित गतिविधियां ही बहाल रही। केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर प्रदेश में काेविड-19 के संक्रमित मरीजों की संख्या 468 का आंकड़ा पार कर चुकी है। छह संक्रमितों की मौत भी हाे चुकी है। पांच जिलों को हॉटस्पाट घोषित किया जा चुका है और 92 क्षेत्र रेड जोन में अधिसूचित हैं। पूरे प्रदेश में लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया गया है।
कोविड-19 से संक्रमित पहला मरीज इरान की यात्रा से लौटा था जबकि इस संक्रमण को फैलाने मे तब्लीगी जमात के कार्यकर्त्ताओं ने अहम भूमिका निभायी। अधिकांश मरीज तब्लीगी जमात से प्रत्यक्ष-परोक्ष रुप से जुड़े हुए हैं। प्रशासन ने पूरे प्रदेश में सभी धर्मस्थलों को बदं रखने का निर्देश दे रखा है। बीते कुछ दिनों के दौरान वादी में पाबंदियों के बावजूद कई जगह सामूहिक नमाज की घटनाओं काे देखते हुए इस बात की पूरी आशंका थी कि आज पवित्र रमजान के पहले दिन सुबह सवेरे ही विभिन्न मस्जिदों में नमाजी जमा होने लगेंगे। कश्मीर के मुफ्ती-ए-आजम मुफ्ती नासिर उल इस्लाम और कश्मीर में विभिन्न इस्लामिक संगठनों के सांझा मंच मुत्तहिदा मजलिस-ए-उलेमा के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारुक ने लोगों से घरों में ही रहकर नमाज और तरावी अदा करने की अपील भी की ताकि पवित्र रमजान में कसी तरह से यह संक्रमण न फैले।
आज सुबह जामिया मस्जिद समेत वादी की सभी प्रमुख मस्जिदों से आम नमाजी पूरी तरह दूर रहे। सिर्फ कुछेक मस्जिदों में अजान के लिए मुअज्जिन ही नजर आए। लोगों ने घरों में ही सहरी करते हुए नमाज अदा की। प्रशासन ने भी एहतियात के तौर पर कई मस्जिदों के आस-पास पुलिस का बंदोबस्त रखा हुआ था ताकि अगर कोई सामूहिक नमाज के लिए जमा होता है तो उसे रोका जा सके।
खैर, ऐसी कोई नौबत नहीं पहुंची। कश्मीर के मुफ्ती-ए-आजम मुफ्ती नासिर-उल-इस्लाम ने कहा कि मेरी आज सुबह 11 बजे के करीब कई लोगों से फोन पर बातचीत हुई। वादी के लगभग हर शहर व कस्बे के उल्लेमाओं व खतीबों के फोन आए हैं, सभी ने यही बताया कि मस्जिदों में आम नमाजी नहीं आए। यह बहुत अच्छी बात है। लोगों से हमारा एक बार फिर आग्रह है कि वह कोविड-19 को हराने के लिए अपने घरों में ही पवित्र रमजान के दौरान नमाज व तरावी अदा करें।