पंजाब में उपजे हालात से जम्मू कश्मीर प्रशासन को रहना होगा सचेत: राजेश केसरी
आलिया ने कहा कि उन्हें यह सम्मान पाकर बहुत खुशी हो रही है। मैं इस सम्मान के लिए चुने जाने से बेहद खुश हूं। मैं उन सभी को धन्यवाद देती हूं जिन्होंने हर कदम पर मुझ पर भरोसा किया और मुझे इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की।
जम्मू, जागरण संवाददाता। पंजाब में अमृतपाल के मामले से उपजे माहौल की आंच जम्मू कश्मीर में पड़ सकती है। इसलिए जम्मू कश्मीर प्रशासन को और सचेत होना होगा। जम्मू कश्मीर में हिंदू संगठन के नेताओं की सुरक्षा को मजबूत करना होगा।
यह बातें शिवसेना हिंदुस्तान की रविवार को अरनिया क्षेत्र के दौरे के बाद शेरचक में बैठक में संगठन के नेताओं ने कहीं। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष राजेश केसरी ने कहा कि कुछ लोग पाकिस्तान के इशारे पर जम्मू कश्मीर में माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। इसलिए जम्मू कश्मीर को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता।
पंजाब में जिस तरह से माहौल खराब करने का प्रयास हुआ, इस पर सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जम्मू के सीमांत क्षेत्र कठुआ, आरएसपुरा, हीरानगर, पुंछ, राजौरी में इन दिनों हिंदू लोग हिंदुत्व को मजबूत करने का काम कर रहे हैं। मवेशी तस्करी को रोकने के लिए काम कर रहे हैं।
नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा रही है। इन हिंदू नेताओं को खतरा हो सकता है। ऐसे में हिंदू संगठन के नेताओं को सुरक्षा देने के मामले को सरकार गंभीरता से ले। मौके पर बलवीर कुमार रठाना प्रधान, शेरा चक प्रधान सुरेश कुमार, अरनिया प्रधान विजय लूथरा, बिश्नाह ब्लाक प्रधान राजकुमार, उप प्रधान संजीव शर्मा, बलवंत कुमार फौजी, दर्शना देवी, ज्योति देवी, अंजू बाला, रजनी देवी, बृजेश कुमार, राजेश हंडा, राजकुमार आदि मौजूद थे।