गुरेज में बर्फबारी में फंसे 47 लोगों को वायु सेना ने बचाया, हेलीकाप्टरों से सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया
लोगों को एयरलिफ्ट करने की मुहिम के तहत गुरेज हेलीपेड से 31 लाेगों को बांडीपोर पहुंचाया गया। वहीं सोलह लोगों को बांडीपोर से हेलीकाप्टर में गुरेज भी पहुंचाया गया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में भारी बर्फबारी में खुद भी परेशानियों का सामना कर रही भारतीय सेना इस कठिन मौसम में भी मानव सेवा के अपने दायित्व को निभाने से परहेज नहीं कर रही है। सेना व वायु सेना के जवान निरंतर बर्फबारी से प्रभावित इलाकों पर नजर गड़ाए हुए हैं और जहां कहीं लोगों का मदद की जरूरत पड़े, पहुंच जाते हैं। ऐसे ही आज भारी बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी से कट गए गुरेज के लोगों की मदद के लिए भारतीय वायुसेना के जवान फरिश्तों की तरह पहुंच गए। वायु सेना ने बर्फ में फंसे इन 47 लोगों को बचाने के लिए विशेष मुहिम चलाकर उन्हें सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाया।
बुधवार को एयरलिफ्ट किए गुरेज के निवासियों में बुजुर्ग, गर्ववती महिलाएं व बीमार लोग शामिल हैं। ये लोग इलाज के लिए बांडीपोर नही पहुंच पा रहे थे। नवंबर के पहले सप्ताह में हुई भारी बर्फबारी के कारण गुरेज सड़क मार्ग से कश्मीर से कट गया है। ऐसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जिला प्रशासन के यह मुद्दा सेना से उठाने के बाद लोगों को राहत देने की कार्रवाई शुरू हो गई। बुधवार को सेना की स्नो लेपर्ड ब्रिगेड की दावर बटालियन ने वायुसेना के साथ मिलकर लोगों को प्राथमिकता के आधार पर गुरेज से बांडीपोर पहुंचाया। गुरेज के लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए बुधवार को भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलीकाप्टर का इस्तेमाल किया गया।
लोगों को एयरलिफ्ट करने की मुहिम के तहत गुरेज हेलीपेड से 31 लाेगों को बांडीपोर पहुंचाया गया। वहीं सोलह लोगों को बांडीपोर से हेलीकाप्टर में गुरेज भी पहुंचाया गया। इस दौरान सेना के जवानों ने बीमार लोगों को हेलीकाप्टर तक पहुंचने में उनकी पूरी सहायता की। कुछ मरीजों को एयरलिफ्ट करने से पहले चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई।
इसी बीच बुधवार को एयरलिफ्ट किए गए गुरेज के लोगों ने मदद के लिए सेना का आभार भी जताया। कश्मीर के उच्च पर्वतीय इलाकों व कारगिल में सर्दियों के महीनों में भारी बर्फबारी के बाद भारतीय वायुसेना लोगों की मदद के लिए अकसर ऐसे अभियान चलाती है। इस दौरान बर्फबारी के कारण फंस गए लोगों के लिए हेलीकाप्टर सेवा चला कर जिला प्रशासन को सहयोग दिया जाता है। यह सिलसिला पिछले कई सालों से जारी है।