Move to Jagran APP

Jammu Farmers : कृषि विशेषज्ञों ने किसानों काे दी सलाह- फेरोमोन ट्रेप लगाएं, फल-सब्जियों को कीटों से बचाएं

Jammu Farmers अलग-अलग सब्जी के लिए अलग अलग किस्म की सुगंध रहती है। कोई सुगंध महज नर को तो कोई सुगंध महज मादा को आकर्षित करती है। सुगंध के कारण मशीन के अंदर खिंचा चले आने वाले कीट को बाहर निकलने का रास्ता नही मिल पाता।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 02 Oct 2021 01:38 PM (IST)Updated: Sat, 02 Oct 2021 01:38 PM (IST)
Jammu Farmers : कृषि विशेषज्ञों ने किसानों काे दी सलाह- फेरोमोन ट्रेप लगाएं, फल-सब्जियों को कीटों से बचाएं
कीट प्रबंधन का यह तरीका आज के दौर में बेहतर माना जा रहा है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : फ्रूट फ्लाई जोकि फल और सब्जियों को जबरदस्त नुकसान पहुंचाती है। इन कीटों का प्रबंधन करना जरूरी है। अगर रसायन का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे मित्र कीट भी नष्ट हो जाते हैं जोकि पौधों के लिए बहुत जरूरी हैं। इसलिए प्लास्टिक की बनी हुई फेरोमोन ट्रेप मशीन का उपयोग अब बढ़ने लगा है।

loksabha election banner

यह कीट प्रबंधन के लिए जैविक तरीका है। इससे कीट का प्रबंधन हो जाता है और उत्पाद पर किसी तरह का कोई प्रभाव नही होता। एक एकड़ में आठ मशीनें लगाने की जरूरत रहती है। आज कल जम्मू के किसान इन मशीनों का उपयोग करने लगे हैं। नर या मादा कीट अपने आप इसमें आकर फंस जाता है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि दवाईयों के उपयोग करने की बजाए फेरोमोन ट्रेप लगाया जाना बेहतर है।

कैसे काम करती है मशीन : दरअसल प्लास्टिक की बनी मशीन के अंदर लीवर लगे होते हैं जोकि सुगंध छोड़ते हैं। अलग-अलग सब्जी के लिए अलग अलग किस्म की सुगंध रहती है। कोई सुगंध महज नर को तो कोई सुगंध महज मादा को आकर्षित करती है। सुगंध के कारण मशीन के अंदर खिंचा चले आने वाले कीट को बाहर निकलने का रास्ता नही मिल पाता। ऐसे में प्रजनन की क्रिया नही हो पाती और कीटों की संख्या बढ़ती नही है। कीट प्रबंधन का यह तरीका आज के दौर में बेहतर माना जा रहा है।

  • रिसर्च असिस्टेंट वेजीटेबल इंप्रूवमेंट स्कीम जम्मू के अरुण जराल का कहना है कि मित्र कीटों के बारे में सोचो जोकि रसायन के प्रभाव के कारण मारे जाते रहे हैं। लेकिन फेरोमोन ट्रेप के उपयोग से यह कीट बचे रहेंगे। दरअसल हमें अब भूमि की शक्ति के बारे में भी सोचना होगा और जैविक तरीके से ही कीट प्रबंधन करना चाहिए और जैविक खाद ही खेत में डालनी चाहिए। आजकल जैविक खेती का जोर बढ़ रहा है। 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.