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Mehbooba Mufti के बाद फारूक अब्दुल्ला ने भी दी मलिक को चुनौती, कहा- झूठ बोलना बंद करें

डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि तब भी यह झूठ फैलाया गया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने काम नहीं किया और पैसे खा गई।तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा यहां आए और उन्होंने काम देखा तो वह बहुत खुश हुए और बोले कि लोग तो कहते हैं कि यहां काम नहीं हुआ।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 02:43 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 02:43 PM (IST)
Mehbooba Mufti के बाद फारूक अब्दुल्ला ने भी दी मलिक को चुनौती, कहा- झूठ बोलना बंद करें
डा. अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में झूठ फैलाया जा रहा है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को चुनौती दी है कि वह यह साबित करें कि रोशनी योजना में उन्होंने भी फायदा लिया है। मलिक झूठ बोलना छोड़ें। रोशनी योजना जम्मू-कश्मीर में पावर प्रोजेक्ट बनाने के लिए शुरू की गई थी और इसके तहत आई राशि से पावर प्रोजेक्ट बने भी हैं।

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पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं देवेंद्र सिंह राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया के भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार जम्मू पहुंचे डाॅ. फारूक अब्दुल्ला ने पार्टी कार्यालय शेर-ए-कश्मीर भवन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रोशनी योजना का मकसद था कि हम जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों के घरों को रोशन करें। किसी भी बच्चे को दिए की रोशनी में न पढ़ना पढ़े। हमनें नौ पावर प्रोजेक्ट बनाए। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे और कुमार मंगलम बिजली मंत्री।

वह कुमार मंगलम के पास गए और उन्होंने उन्हें प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दो प्रोजेक्ट आप बनाओ, सात हम आपको बनाकर देंगे। जब सात प्रोजेक्टों की लागत को हम बसूल लेंगे, यह भी आपको सौंप देंगे। हमनें एमओयू साइन किया और दो सावलाकोट और बगलिहार दोनों प्रोजेक्ट खुद बनाएं। आज देनों काम कर रहे हैं।

डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि तब भी यह झूठ फैलाया गया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने काम नहीं किया और पैसे खा गई। लेकिन यह तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा यहां आए और उन्होंने काम देखा तो वह बहुत खुश हुए और बोले कि लोग तो कहते हैं कि यहां काम नहीं हुआ। डा. अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश में झूठ फैलाया जा रहा है।

आरएसएस ने अपने कार्यकर्ता जम्मू के बांवगंव में भेजे हैं। अगर उनमें दम है तो कश्मीर में आकर दिखाएं, हम लाठी नहीं चलाएंगे लेकिन उन्हें सच बताएंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को कोई भी अलग नहीं कर सकता। चाहे कोई कुछ भी कर ले। उन्होंने लोगों से भी नफरत की राजनीति करने वालों से सचेत होकर रहने को कहा।

क्या खरीद कर हुकुमत बनाओगे : पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने पर भी डा. फारूक अब्दुल्ला खफा नजर आए। हालांकि उन्होंने किसी का भी नाम नहीं लिया लेकिन यह जरूर कहा कि आप लोगों को खरीद रहे हो। उन्हें क्या लगता है कि इससे आप हुकूमत कर लोगे। ऐसा नहीं होगा। लोग समझदार हैं। इन्हें भी यह समझना होगा वह आपके साथ नहीं है। सिर्फ अपना मतलब निकाल रहे हैं। डा. अब्दुल्ला ने कहा कि हुकूमत के लिए नफरत क्यों।  


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