Jammu : गट्टू डोर की चपेट में आने से एडवोकेट घायल, गले पर लगे चार टांके
एडवोकेट मृणाल ने बताया कि वह मोटरसाइकिल पर जा रहे थे कि जाेगी गेट के पास उन्हें अहसास हुआ कि उनके गले में कुछ धागा फंस गया है। उन्होंने तुरंत गले पर हाथ मार धागे को हटाने का प्रयास किया लेकिन उस धागे से उनका गला कट चुका था।
जम्मू, जागरण संवाददाता : शहर के जोगी गेट इलाके से मोटरसाइकिल पर जा रहे एडवोकेट गट्टू डाेर की चपेट में आने से घायल हो गया। एडवोकेट मृणाल रिहाड़ी के रहने वाले हैं और उनके गले पर चार टांके लगाने पड़े हैं। एडवोकेट मृणाल ने बताया कि वह मोटरसाइकिल पर जा रहे थे कि जाेगी गेट के पास उन्हें अहसास हुआ कि उनके गले में कुछ धागा फंस गया है। उन्होंने तुरंत गले पर हाथ मार धागे को हटाने का प्रयास किया, लेकिन उस धागे से उनका गला कट चुका था। इस डोर को हटाते हुए उनका हाथ भी कट गया।
बाद में वह एक डाक्टर के पास गए तो उसने देखकर बताया कि उनके गले घाव काफी गहरा है और उन्हें टांके लगाने पड़ेंगे। इसके बाद मृणाल ने अपने किसी को परिचित को फोन कर बुलाया आैर उपचार करवाने के लिए जीएमसी अस्पताल पहुंच गए जहां उनके गले से बह रहे खून को रोकने और घाव को बंद करने के लिए चार टांके लगाने पड़े। जम्मू शहर में गट्टू डोर पर पूर्ण प्रतिबंध है, लेकिन बावजूद इसके यह डोर बाजार में बिक रही है और लोग इससे पतंगबाजी भी कर रहे हैं। यह डोर कई लोगों को घायल कर चुकी है जबकि कई बार इसकी चपेट में आने से लोगों की जान भी गई है।
एसएसपी जम्मू चंदन कोहली का कहना है कि पुलिस लगातार गट्टू डोर बेचने वालों पर कार्रवाई कर रही है। पिछले कुछ दिनों में गट्टू डोर बेचने वाले दुकानदारों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की छापेमारी जारी है। जम्मू में जिला प्रशासन की ओर से गट्टू डोर बेचने पर प्रतिबंध लगाया था। यह प्रतिबंध पिछले कई छह वर्षों से लगा है, लेकिन मुनाफा कमाने के लिए दुकानदार इसे ब्लैक में बेच रहे हैं। इस डोर को बकायदा तस्करी कर जम्मू में पहुंचाया जाता है जहां चोरी छिपे इसकी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है।