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Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में 100 करोड़ से गति पकड़ेगा एडवेंचर टूरिज्म, 14 करोड़ से निखरेगा रघुनाथ बाजार

जम्मू कश्मीर में नया भूमि स्वामित्व कानून लागू होने के बाद केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने साहसिक पर्यटन के लिए एक सौ करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है जबकि केंद्र सरकार पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 706 करोड़ रुपये को मंजूरी प्रदान कर चुकी है।

By lokesh.mishraEdited By: Published: Mon, 02 Nov 2020 01:30 AM (IST)Updated: Mon, 02 Nov 2020 10:59 AM (IST)
Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर में 100 करोड़ से गति पकड़ेगा एडवेंचर टूरिज्म, 14 करोड़ से निखरेगा रघुनाथ बाजार
केंद्र सरकार पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 706 करोड़ रुपये को मंजूरी प्रदान कर चुकी है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर में नया भूमि स्वामित्व कानून लागू होने के बाद केंद्र सरकार अब पर्यटन के क्षेत्र में क्रांति लाने में जुट गई है। प्रदेश में साहसिक पर्यटन के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने एक सौ करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है जबकि केंद्र सरकार पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 706 करोड़ रुपये को मंजूरी प्रदान कर चुकी है।

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उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि केंद्र सरकार की प्रसाद योजना के तहत जम्मू संभाग के राजौरी जिले के सुंदरबनी के ठंडा पानी, गंगा घाट को विकसित किया जाएगा। अम्ब खोड़ी में शक्ति धाम को विकसित करने की योजना पर भी काम कर रहे हैं।

जम्मू शहर के रघुनाथ बाजार व आसपास के बाजारों को विकसित करने के लिए 14.15 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाया है जिसे मंजूरी के लिए केंद्र को भेजा है। प्रसाद योजना के तहत ही कटड़ा के विकास के लिए पचास करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है।

सिन्हा ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हमने पर्यटन यूनिटों के लिए सेल्फ सर्टिफिकेशन को प्रोत्साहित किया है। जम्मू कश्मीर में 564 यूनिट पंजीकृत किए जिसमें 458 की जांच हो गई। 36 यूनिटों के मामलों में सेल्फ सर्टिफिकेशन पूरी हो गई है।

उन्होंंने कहा कि हमने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की निधि योजना के तहत 138 होटलों, 59 गेस्ट हाउसों, दो रेस्तरां, 13 होम स्टे, 47 लॉज, 303 हाउस बोट को नेशनल डाटा बेस के अधिकारिक पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं।

यहां बता दें कि पर्यटन से जम्मू कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद का सात फीसद हिस्सा ही आता है। अगर पर्यटन केंद्रों का विकास हो और नए केंद्रों को विकसित किया जाए तो इस क्षेत्र में क्रांति आ सकती है। फिलहाल प्रदेश सरकार इसी रणनीति पर काम कर रही है और प्रदेश में तीन नए टूरिस्ट सर्किट के विकास के साथ अन्य क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे के विकास पर कार्य चल रहा है।


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