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Corruption In Jammu : तबादले के बाद भी आरोपित नायब तहसीलदार रिश्वत में मांग रहा था 25 लाख, दबा रखा था फर्द

जब उसने फर्द के लिए आवेदन दिया तो उस समय वहां तैनात पटवारी रविंद्र भगत और नायब तहसीलदार अशोक शर्मा ने अपने दलाल रमन गुप्ता के माध्यम से उससे तीस लाख रुपये मांगे। इसके बाद दोनों कर्मियों ने शिकायतकर्ता के साथ भेंट की और सौदा पच्चीस लाख में तय किया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 12:41 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 12:41 PM (IST)
Corruption In Jammu : तबादले के बाद भी आरोपित नायब तहसीलदार रिश्वत में मांग रहा था 25 लाख, दबा रखा था फर्द
नायब तहसीलदार अशोक शर्मा उससे लगातार पैसे मांगता रहा।

जम्मू, जागरण संवाददाता : राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार किस तरह से हावी है, इसका उदाहरण हलका अखनूर से तबादला होकर घरोटा पहुंचे नायब तहसीलदार अशोक शर्मा निवासी सुनेल, अखनूर की गिरफ्तारी से मिलता है। आरोपित नायब तहसीलदार हलका अखनूर से तबादले के बाद भी फर्द के 25 लाख रुपये मांग रहा था।नायब तहसीलदार ने शिकायतकर्ता का फर्द दबाकर रखा था और बकायदा उसने उगाही के लिए एक दलाल रमन गुप्ता को भी अपने साथ रखा था जिसकी भूमिका बारे एंटी क्रप्शन ब्यूरो जानकारी जुटाने में लगी है।

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एंटी क्रप्शन ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने उन्हें बताया था कि उसकी पत्नी के नाम पर अखनूर के मावा करोरा, सुंगल मोड़ इलाके में 1 कनाल 19 मरला का प्लाट था जिसका फर्द कटवाने के लिए वह पटवारी हलका अखनूर खास रविंद्र भगत के पास गया था।

जब उसने फर्द के लिए आवेदन दिया तो उस समय वहां तैनात पटवारी रविंद्र भगत और नायब तहसीलदार अशोक शर्मा ने अपने दलाल रमन गुप्ता के माध्यम से उससे तीस लाख रुपये मांगे थे। इसके बाद दोनों कर्मियों ने शिकायतकर्ता के साथ भेंट की और सौदा पच्चीस लाख में तय किया। शिकायतकर्ता ने बताया कि इस दौरान पटवारी और नायब तहसीलदार का तबादला हो गया लेकिन नायब तहसीलदार अशोक शर्मा उससे लगातार पैसे मांगता रहा।

वहीं नायब तहसीलदार के दलाल रमन गुप्ता ने फर्द की फोटो स्टेट कापी चिंकु गुप्ता को व्हाट्सएप कर दी।नायब तहसीलदार अशोक शर्मा ने असली फर्द को अपने पास रखा है और वह बिना पच्चीस लाख रुपये लिए उसे देने को तैयार नहीं था। बाद में तय हुआ कि नायब तहसीलदार को किश्तों में पैसे देने होंगे लेकिन फर्द तभी मिलेगा जब नायब तहसीलदार को पूरे पच्चीस लाख रुपये मिल जाएंगे।

नायब तहसीलदार ने शिकायकर्ता को पहली किश्त डेढ़ लाख रुपये देने के लिए पलौड़ा स्थित बुलाया था जहां एंटीक्रप्शन ब्यूरो ने जाल बिछाकर उसे दबोच लिया। एंटीक्रप्शन ब्यूरो ने नायब तहसीलदार के अखनूर स्थित निवास में भी छापा मारा जहां से ब्यूरो को नौ लाख रुपये और बरामद हुए। 


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