जम्मू कश्मीर में पैर पसार रही आप ने पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया को बाहर का रास्ता दिखाया
Former MLA Balwant Singh Mankotia आम आदमी पार्टी से निष्कासन के बारे में बलवंत सिंह मनकोटिया ने कहा- वह पार्टी से बिना कोई सदस्यता लिए जुड़े थे जब प्राथमिक सदस्यता कभी ली ही नहीं तो फिर निष्कासन कैसा। यदि कोई लिखित में सदस्या पार्टी के पास है तो बताए।
ऊधमपुर, अमित माही : आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को ऊधमपुर के पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया को अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलीभगत करने और पार्टी को बदनाम करने के आरोप में निष्कासित कर दिया है। आम आदमी पार्टी के चुनाव इंचार्ज हरजोत सिंह ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में मनकोटिया की सदस्यता समाप्त करने की घोषणा करते हुए इस संबंध में आदेश पत्र भी जारी किया है।
आम आदमी पार्टी से निष्कासित करने के बारे में मनकोटिया ने दावा किया कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता कभी ली ही नहीं और न ही उनको ऐसा कोई पत्र मिला है या फोन ही आया है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है।हालांकि आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रभारी हरजोत सिंह बैंस ने 23 सितंबर को बलवंत सिंह मनकोटिया को पत्र संख्या एएपी/जेके/2022/10 लिख कर निष्कासन पत्र जारी किया है।
पत्र में मनकोटिया पर "जम्मू-कश्मीर के अन्य राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के साथ जुड़ने" और "आप की किसी भी राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं होने तर्क दिया गया है। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से मनकोटिया पर यह आरोप भी लगाया कि पिछले तीन महीनों के दौरान उन्होंने पार्टी द्वारा दिए गए किसी भी कार्य को न किया और न ही उसमें शामिल हुए। यही नहीं उन पर पार्टी गतिविधियों में रुची दिखाने के बजाय आप के स्वयंसेवकों को अन्य दलों में शामिल होने और उन्हें अन्य दलों में पदों की पेशकश करने के लिए प्रभावित करने का भी आरोप लगाया गया है।
आप ने उन पर "किसी अन्य राजनीतिक दल के प्रभाव में झूठे बयान देकर और आप स्वयंसेवकों को भ्रमित करके मीडिया प्लेटफॉर्म पर पार्टी को बदनाम करने" का भी आरोप लगाया है। पार्टी सूत्राें से मिली जानकारी के अनुसार बलवंत सिंह मनकोटिया को जम्मू प्रांत प्रधान बनाने की बात चल रही थी। लोगों में उनकी पैठ व आम जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर जिस तरह से बलवंत सिंह मनकोटिया सरकार के विरोध में खड़े हो जाते हैं, उसे देखते हुए ही यह निर्णय लिया जा रहा था। परंतु हर्ष देव सिंह के आप में आने के बाद मनकोटिया ने पार्टी गतिविधियों से दूरी बनाना शुरू कर दी।
वहीं आम आदमी पार्टी से निष्कासन के बारे में बलवंत सिंह मनकोटिया से पूछने पर उन्होंने कहा कि वह आम आदमी पार्टी से बिना कोई सदस्यता लिए जुड़े थे, जब प्राथमिक सदस्यता कभी ली ही नहीं तो फिर निष्कासन कैसा। यदि कोई लिखित में सदस्या पार्टी के पास है तो बताए। मनकोटिया दावा कि न तो उनको ऐसा कोई निष्कासन पत्र नहीं प्राप्त हुआ है। कुछ समय के लिए आप से जुड़े जरूर थे। मगर उनकी नीतियां देख कर वह चुप हो गए। न समर्थन में कभी बोले और नहीं खिलाफ। ऐसे में यदि उनकी छवि को खराब करने का प्रयास होगा तो वह चुप नहीं रहेंगे और अपने तरीके से उचित कार्रवाई की जाएगी। अभी महाराजा हरि सिंह का जन्मदिन मनाने में व्यस्त है। इसके बाद चर्चा करेंगे। कार्यक्रम में और नहीं इस संबंध में कोई फोन ही आया है। उन्होंने भी इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित पत्र को ही देखा है। आम आदमी पार्टी में कोई पार्षद भी शामिल नहीं हुआ है। वह मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।
आपको बता दें कि बलवंत सिंह मनकोटिया इस साल अप्रैल में आप में शामिल हुए थे, लेकिन अपने चचेरे भाई और पूर्व मंत्री हर्षदेव सिंह के पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी में असहज महसूस कर रहे थे। पैंथर्स पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए मनकोटिया के वापिस पैंथर्स पार्टी में आने या फिर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा है।