Jammu Kashmir: लेह काउंसिल की सियासत में आप भी कूदी, खूब चलेंगे चुनावी तीर, 26 सीटों के लिए मतदान 22 अक्टूबर को होगा
भाजपा और कांग्रेस में मुकाबले के बीच दिलचस्प होगा चुनाव प्रचार नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख सात अक्टूबर है। लेह काउंसिल की 26 सीटों के लिए मतदान 22 अक्टूबर को होगा। आम आदमी पार्टी के आने से ये चुनाव प्रचार और दिलचस्प होते जा रहे हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। लद्दाख की राजनीति के चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी (आप) भी कूद गई है। लेह पर्वतीय स्वायत्त विकास परिषद (लेह काउंसिल) के चुनाव में उसने 27 उम्मीदवारों को उतारा है। इनमें कुछ कवरिंग प्रत्याशी भी हैं, जिन्हें पार्टी ने किसी उम्मीदवार का नामांकन खारिज होने की सूरत में चुनाव मैदान से बाहर होने से बचने के लिए खड़ा किया है।
नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख सात अक्टूबर है। लेह काउंसिल की 26 सीटों के लिए मतदान 22 अक्टूबर को होगा। भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी मुकाबले में आम आदमी पार्टी के आने से ये चुनाव प्रचार और दिलचस्प होते जा रहे हैं। नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी इन चुनावों में हिस्सा नहीं ले रही हैं।लेह काउंसिल के चुनावों में आम आदमी पार्टी को भाजपा और कांग्रेस में बागी तेवर दिखाने वाले नेताओं व उनके समर्थकों से बड़ी उम्मीदें हैं। चुनाव मैदान में उतरने के लिए आप पहले से ही तैयारी कर रही थी। इस दौरान उसके दिल्ली से आए नेताओं ने भाजपा छोड़ चुके लद्दाख के पूर्व सांसद थुप्स्तन छिवांग समेत कई बड़े नेताओं के साथ लेह में बैठकें भी की थीं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार इन बैठकों में उनसे लद्दाख के विकास के नाम पर समर्थन मांगा गया था। आप ने लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने के मुद्दे का भी समर्थन किया है। लेह काउंसिल के चुनाव के बहाने आप अगले लोकसभा चुनावों पर नजर लगाए है। इसके लिए वह लद्दाख में अपनी जमीन तलाश रही है। यह चुनाव उसके लिए एक तरह से प्रयोगशाला है।
हालांकि, इन चुनावों में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है। दरअसल, वर्तमान में लद्दाख की पहचान, यहां के लोगों को नौकरी और भूमि का अधिकार तथा प्रदेश को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने का मुद्दा मुख्य है। इस मुद्दे पर यहां के लोग विरोध प्रदर्शन और चुनावों का बहिष्कार का ऐलान भी कर चुके थे। बाद में गृह मंत्री अमित शाह के आश्वासन के बाद चुनाव बहिष्कार को वापस ले लिया गया। इन मुद्दों को लेकर लेह के लोगों में भाजपा से नाराजगी है। इसे कांग्रेस भुनाना चाहती है। इसे मुद्दे को आधार बनाते हुए कांग्रेस जनसमर्थन से जीत की सियासत बुन रही है। लेह में कांग्रेस के प्रचार की कमान लद्दाख कांग्रेस के प्रभारी रिगजिन जोरा संभाल रहे हैं।
भाजपा के चुनाव प्रचार की कमान संगठन महामंत्री अशोक कौल के पास है। वह लेह में ही हैं। आप के लिए पार्टी के संयोजक सी¨रग फुंचुक चुनाव प्रचार में हैं।
नामांकन पत्रों की जांच आज
लेह काउंसिल चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच सोमवार को लेह में होगी। 157 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। इनमें भाजपा के 43, कांग्रेस के 43, आम आदमी पार्टी के 27 और 44 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। इनमें कवरिंग प्रत्याशी भी हैं। नाम वापस लेने के अंतिम दिन सात अक्टूबर तक करीब 60 उम्मीदवारों का मैदान से हट जाना तय है। इस बीच चुनावों को सफलता से कराने के लिए जिला प्रशासन तेजी से तैयारी कर रहा है।
लेह पहुंची इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की जांच भी हो रही है। लेह के जिला चुनाव अधिकारी सचिन कुमार चुनावों पर नजर रखे हैं। रिट्रेनिंग अधिकारियों व सहायक रिट्रेनिंग अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कोरोना प्रोटोकाल के हिसाब से उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार से पहले जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होगी।