Jammu Kashmir : आठ माह में 80 युवा आतंक के रास्ते पर
जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार से कश्मीर के कुछ युवा गुमराह हो रहे हैं। दक्षिण कश्मीर में पहली जनवरी से 25 अगस्त तक 80 लड़कों ने आतंकवाद का रास्ता चुना है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार से कश्मीर के कुछ युवा गुमराह हो रहे हैं। दक्षिण कश्मीर में पहली जनवरी से 25 अगस्त तक 80 लड़कों ने आतंकवाद का रास्ता चुना है। इनमें से कई मुठभेड़ में मारे गए हैं और कुछ पकड़े गए हैं। यह जानकारी शनिवार को दक्षिण कश्मीर पुलिस रेंज के डीआइजी अतुल कुमार गोयल ने सेना की विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल ऐ सेन गुप्ता की मौजूदगी में पत्रकारों से बातचीत में दी।
मेजर जनरल सेनगुप्ता ने कहा कि जिहादी तत्वों के दुष्प्रचार से गुमराह होकर पाकिस्तानी आतंकियों के प्रभाव में आकर कुछ युवक आतंकी बन जाते हैं। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों की गतिविधियों की निगरानी रखें। सेना पूरा प्रयास करती है कि स्थानीय युवक जो आतंकी बने हैं,किसी तरह से हथियार छोड़कर मुख्यधारा मे लौट आएं। किलूरा शोपियां में एक आतंकी के सरेंडर पर उन्होंने कहा कि हम सभी आतंकियों से अपील करते हैं कि वे मुख्यधारा में लौट आएं। हम उनके पुनर्वास का पूरा प्रयास करेंगे। आतंकवाद के रास्ते पर सिर्फ मौत और तबाही है।