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एलओसी के पास शिविरों मे 500 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार

राज्य ब्यूरो जम्मू गुलाम कश्मीर में आतंकियों के प्रशिक्षण शिविरों में मौजूद 500 के करीब आतंकवादी नियंत्रण रेखा (एलओसी) से घुसपैठ की ताक में हैं। पाकिस्तान हालात खराब करने की लगातार साजिश रच रहा है पर हमारा घुसपैठ निरोधी तंत्र बहुत मजबूत है। सेना दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 08:39 AM (IST)Updated: Sun, 13 Oct 2019 06:16 AM (IST)
एलओसी के पास शिविरों मे 500 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार
एलओसी के पास शिविरों मे 500 आतंकी घुसपैठ के लिए तैयार

राज्य ब्यूरो, जम्मू : गुलाम कश्मीर में आतंकियों के प्रशिक्षण शिविरों में मौजूद 500 के करीब आतंकवादी नियंत्रण रेखा (एलओसी) से घुसपैठ की ताक में हैं। पाकिस्तान हालात खराब करने की लगातार साजिश रच रहा है पर हमारा घुसपैठ निरोधी तंत्र बहुत मजबूत है। सेना दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

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भारतीय सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिग (जीओसी) इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में दुश्मन के नापाक इरादों की पोल खोलकर रख दी। वह शुक्रवार को जम्मू युनिवर्सिटी के भ्रदवाह कैंपस में संगम यूथ फेस्टिवल का उद्घाटन करने आए थे।

भद्रवाह में पत्रकारों से बातचीत में आर्मी कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान के सहयोग से जम्मू कश्मीर में इस समय 200 से 300 के बीच आतंकवादी सक्रिय हैं। उन्होंने साफ कहा कि संख्या जो भी हो, हम उन्हें खत्म करने में पूरी तरह से सक्षम हैं। आतंकवादियों के पास इस समय हथियारों की भारी कमी है व इसी लिए वे पुलिसकर्मियों से हथियार छीनने की कोशिश कर रहे हैं।

आर्मी कमांडर ने कहा कि पाकिस्तान के समर्थन से गुलाम कश्मीर में आतंकवाद को शह देने का बुनियादी ढांचा मौजूद है। आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए लांचिग पैड पर उन्हें लगातार ट्रेनिग दी जा रही है। हर चुनौती का सामना करने के लिए हमने पर्याप्त बंदोबस्त किए हैं।

आर्मी कमांडर ने कहा आतंकवादियों तक हथियार पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान की नई साजिश का हिस्सा है। सेना कड़ी सर्तकता से ऐसी किसी भी साजिश को नाकाम बनाने के लिए चौकस है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों को हथियारों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। यही कारण है कि वे पुलिस स्टेशनों व स्पेशल पुलिस आफिसरों (एसपीओ) से हथियार छीनने की कोशिशें कर रहे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए हथियार भेजने के लिए नए तरीके तलाश रहा है।


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