Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: एलओसी से सटे करनाह में बनाए जाएंगे 300 बंकर, ग्रामीणों को पाकिस्तान की गोलाबारी से बचाएंगे

उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे करनाह (कुपवाड़ा) में अब पाकिस्तानी सैनिक और ज्यादा स्थानीय नागरिकों को अपनी गोलाबारी का निशाना नहीं बना पाएंगे। स्थानीय निवासियों को एलओसी पार बैठी पाकिस्तानी फौज से बचाने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बंकर बनाने का फैसला किया है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 01:57 PM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 01:58 PM (IST)
Jammu Kashmir: एलओसी से सटे करनाह में बनाए जाएंगे 300 बंकर, ग्रामीणों को पाकिस्तान की गोलाबारी से बचाएंगे
पूरे करनाह सेक्टर में 300 निजी बंकर बनाए जाएंगे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे करनाह (कुपवाड़ा) में अब पाकिस्तानी सैनिक और ज्यादा स्थानीय नागरिकों को अपनी गोलाबारी का निशाना नहीं बना पाएंगे। स्थानीय निवासियों को एलओसी पार बैठी पाकिस्तानी फौज से बचाने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बंकर बनाने का फैसला किया है। पूरे करनाह सेक्टर में 300 निजी बंकर बनाए जाएंगे।

prime article banner

कुपवाड़ा जिले का करनाह सेक्टर अक्सर पाकिस्तानी गोलाबारी का निशाना बनता रहता है। इस क्षेत्र से जब भी आतंकियों को घुसपैठ करानी हो, एलओसी पार बैठे पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सेना का ध्यान भटकाने के लिए करनाह के अग्रिम गांवों पर गोलाबारी शुरू कर देते हैं। इस सेक्टर में कई गांव पाकिस्तानी सेना की सीधी फायरिंग रेंज में भी आते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रदेश प्रशासन से अपने लिए सुरक्षित बंकरों का आग्रह किया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने करनाह की भौगोलिक और सामरिक महत्ता को देखते हुए 300 निजी बंकर बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है।

करनाह के एसडीएम डा. बिलाल मोहिउद्दीन बट ने बताया कि जबडी, अमरोई, सैयदपोरा, हाजीतारा और नाड समेत करनाह के 17 गांवों में यह बंकर स्थानीय आवश्यकता अनुरूप बनाए जाएंगे। पहले उन्हीं गांवों को चुना गया है, जो एलओसी के अगले हिस्से में और सीधी पाकिस्तानी गोलाबारी की रेंज में हैं।

हवाई जहाज से बम वर्षा और तोप के गोलों का भी नहीं होगा असर :

एसडीएम ने बताया कि प्रत्येक निजी बंकर पर करीब पांच लाख रुपये का खर्च आएगा। यह स्थानीय ग्रामीणों के घर के आसपास किसी सुरक्षित जगह पर ही बनाए जाएंगे। अगर कोई ग्रामीण अपनी सुरक्षित जगह उपलब्ध कराता है तो उसे प्राथमिकता मिलेगी। निजी बंकरों के अलावा कुछ सामुदायिक बंकर भी बनाए जाएंगे। प्रत्येक निजी बंकर में चार से आठ लोगों के रहने की व्यवस्था होगी, जबकि सामुदायिक बंकर में एक साथ 40-50 लोग रह सकेंगे। इन बंकरों पर हवाई जहाज से बम वर्षा और तोप के गोलों का भी कोई असर नहीं होगा।

जून तक सभी बंकर तैयार करने की योजना :

एसडीएम के अनुसार, बंकर निर्माण के लिए निविदाएं बुलाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। अगले माह मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा, बर्फ भी पिघलने लगेगी और उसके साथ ही बंकर निर्माण में तेजी लाई जाएगी। हमारा प्रयास रहेगा कि जून तक यह सभी बंकर तैयार कर दिए जाएं।

एक साल में करनाह में सात लोगों की मौत, दर्जनों घायल :

करनाह सेक्टर में बीते एक साल के दौरान पाकिस्तानी गोलाबारी में सात नागरिकों की मौत हो चुकी है और करीब दो दर्जन लोग जख्मी हुए हैं। 60 के करीब माल मवेशी भी मारे गए हैं और तीन दर्जन मकान तबाह हुए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.