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जिला राजौरी के नौशहरा सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास में तीन आतंकी ढेर, नौशहरा-मेंढर सेक्टरों में सर्च ऑपरेशन जारीA

वहींपुंछ जिला के मेंढर सेक्टर के साथ लगते गांवों में भी सेना ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है। सेना ने काला पानी व उसके साथ लगते गांवों में अभियान चलाया हुआ है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 10:47 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 01:50 PM (IST)
जिला राजौरी के नौशहरा सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास में तीन आतंकी ढेर, नौशहरा-मेंढर सेक्टरों में सर्च ऑपरेशन जारीA
जिला राजौरी के नौशहरा सेक्टर में घुसपैठ के प्रयास में तीन आतंकी ढेर, नौशहरा-मेंढर सेक्टरों में सर्च ऑपरेशन जारीA

जम्मू, जेएनएन। जिला राजौरी में नियंत्रण रेखा से सटे नौशहरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ का प्रयास कर रहे तीन आतंकवादियों को सेना ने ढेर कर दिया। इलाके में और आतंकियों की मौजूदगी के चलते सेना ने नौशहरा सेक्टर के साथ लगते गांवों व जंगलों में तलाशी अभियान चलाया हुआ है। इसी बीच पुंछ जिला के मेंढर सेक्टर के साथ लगते गांवों में भी सेना ने तलाशी अभियान चलाया हुआ है। गांववासियों द्वारा सीमा के पास संदिग्ध देखे जाने के बाद के बाद सेना ने काला पानी व उसके साथ लगते गांवों में अभियान चलाया हुआ है। फिलहाल किसी संदिग्ध के देखे जाने की पुष्टि नहीं हुई है।

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पिछले दो सप्ताह से पाकिस्तानी सैनिक गुलाम कश्मीर से आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए दिन-रात सीजफायर का उल्लंघन करता आ रहा है। कश्मीर की तरह जम्मू संभाग में भी फिर से आतंकवाद को जिंदा करने के इरादे से इन आतंकवादियों की घुसपैठ कराई जा रही थी। सेना इस बात से भलीभांति परिचित थी, यही वजह थी कि वह सीजफायर उल्लंघन का जवाब देने के साथ आतंकवादियों की घुसपैठ को नाकामयाब बनाने के लिए दिन-रात चौकसी बरते हुए है। सूत्रों ने बताया कि सोमवार तड़के जिला राजौरी के नौशहरा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में प्रवेश कर आए तीन आतंकवादियों को सेना ने मार गिराया है। पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मारे गए आतंकवादियों से भारी तादाद में हथियार व गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।

जैसे ही आतंकवादियों ने भारतीय सीमा में प्रवेश किया जवानों ने गोलीबारी की। कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सेना ने आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया हुआ है। यही नहीं उन्होंने आसपास के गांवों में भी इस संबंध में अलर्ट जारी कर दिया है। कोई भी संदिग्ध देखे जाने पर पुलिस या फिर सेना को सूचित करने के लिए कहा गया है। फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है।

आतंकियों की घुसपैठ के लिए गाइडेड मिसाइल दागने लगा पाक: भारतीय क्षेत्र में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तानी सेना ने अब तो हद कर दी है। अब तक पाकिस्तानी सेना मोर्टार के गोले दाग रही थी, लेकिन रविवार तड़के उसने पुंछ जिले के मेंढर और बालाकोट सेक्टर में टाउ मिसाइलें (गाइडेड) दागीं थी। उसी से भारतीय सेना को आतंकी घुसपैठ के पाकिस्तानी सेना के इरादे का पता चल गया। हालांकि पाकिस्तानी सेना ने जवानों का ध्यान भटकाने के लिए ये मिसाइलें भारतीय चौकी को नष्ट करने के लिए दागी थीं, लेकिन इनका निशाना चूक गया। एक टाउ मिसाइल मेंढर सेक्टर के रिहायशी इलाके में एक मकान की छत पर गिरी थी जिसमें एक स्थानीय युवक मोहम्मद यासिर घायल हो गया। दोनों ओर से हुई गोलाबारी में कई मकानों को नुकसान पहुंचा जबकि कई मवेशी भी जख्मी हुए थे। सेना का कहना है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलाबारी का सिलसिला शनिवार सुबह से ही पुंछ जिले के शाहपुर और कसबा में शुरू किया हुआ था। इसके बाद देर शाम को खड़ी करमाड़ा और चक्का द बाग में गोले बरसाए जाने लगे। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया।

गुलाम कश्मीर में करीब 15 लॉन्चिंग पैड आतंकियों से भरे: सेना के शीर्ष कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने घुसपैठ की आशंका को जाहिर करते हुए गत रविवार को यह बयान दिया था कि भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने के लिए गुलाम कश्मीर में करीब 15 लॉन्चिंग पैड आतंकियों से भरे पड़े हैं। जम्मू-कश्मीर में सेना की कार्रवाई की वजह से आतंकियों की संख्या में कमी आई है। इसे बढ़ाने के लिए इस गर्मी में घुसपैठ कराने की कोशिशें बढ़ सकती हैं। लेफ्टिनेंट जनरल बग्गावल्ली सोमशेखर राजू ने एक विशेष साक्षात्कार में जोर देकर कहा कि घाटी में आतंकवाद की कमर लगभग टूट गई है। पाकिस्तान को यह हजम नहीं हो रहा है कि कश्मीरी शांति से रह रहे हैं और कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है। उल्लेखनीय है कि लेफ्टिनेंट जनरल राजू ने श्रीनगर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण 15वीं कॉर्प की कमान एक मार्च को संभाली थी। उन्होंने ई-मेल के जरिये दिए साक्षात्कार में कहा, भीतरी इलाकों में सक्रिय आतंकवादियों को मार गिराने के बाद आतंकवाद की कमर लगभग टूट गई है। मारे जा रहे आतंकियों की भरपाई के इरादे से हमें आशंका है कि गर्मी में सीमापार से घुसपैठ की कोशिशों में इजाफा हो सकता है।

उन्होंने कहा, गुलाम कश्मीर में स्थित आतंकियों के सभी शिविर और 15 लॉन्चिंग पैड (जहां से सीमा पर घुसपैठ कराई जाती है) आतंकियों से भरे पड़े हैं। आतंकी पाकिस्तानी सेना की मदद से घुसपैठ करने के लिए बेताब हैं। लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि पाकिस्तान पिछले 30 साल से घुसपैठियों की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा, आतंकियों के नेतृत्व में शून्यता है और पाकिस्तान की आतंक के जरिये अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने की रणनीति कमजोर पड़ रही है। आतंकी समूहों के नेतृत्व के सफाए के साथ ही विभिन्न समूहों में दरार पैदा हो गई है।


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