Jammu Kashmir : किश्तवाड़ जिले के गांधारी पाडर गांव में लगी भीषण आग में 25 मकान जलकर खाक, जानी नुकसान नहीं
गांववासियों के साथ पुलिस व सेना के जवानों ने आग पर काबू पाने का पूरा प्रयास किया। पहाड़ी इलाका होने की वजह से अग्निशमन दस्ते को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई। सुबह 4 बजे के करीब आग पर काबू पाया जा सका।
जम्मू, जेएनएन : जम्मू संभाग के जिला किश्तवाड़ के पहाड़ी गांव गांधारी पाडर में रहस्यमय परिस्थितियों में लगी आग में करीब 25 मकान जलकर खाक हो गए। गनिमत यह रही कि आगजनी की इस घटना में किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। आग की इस घटना के वजह से बेघर हुए 25 परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इन परिवारों के फिलहाल ठहरने व खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आग लगने की यह घटना वीरवार-शुक्रवार की मध्यरात्रि की है। अचानक से लगी आग में एक के बाद एक गांव के दूसरे घर भी चपेट में आ गए। गांववासियों ने मदद के लिए पुलिस व सेना को बुलाया। गांववासियों के साथ पुलिस व सेना के जवानों ने आग पर काबू पाने का पूरा प्रयास किया। पहाड़ी इलाका होने की वजह से अग्निशमन दस्ते को घटनास्थल तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई। सुबह 4 बजे के करीब आग पर काबू पाया जा सका।
एसएसपी किश्तवाड़ शफकत हुसैन भट ने बताया कि गांव के करीब 25 घर आग की भेंट चढ़ चुके थे। समय रहते आग लगने का पता चल जाने की वजह से इस घटना में किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है और उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई है। एसएसपी ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
वहीं जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (JKPDF) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री हकीम मोहम्मद यासीन ने किश्तवाड़ के पद्दार इलाके में 25 घरों के क्षतिग्रस्त होने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। यहां जारी एक बयान में हकीम ने सरकार से आग प्रभावित परिवारों को तुरंत पुनर्वासित करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि सर्दी के मौसम को देखते हुए प्रभावित परिवारों का जल्द से जल्द पुनर्वास होना चाहिए। जब तक यह व्यवस्था नहीं होती तब तक इन प्रभावित परिवारों को आवश्यक वस्तुओं, विशेषकर खाद्यान्न, उपयुक्त जगह पर रहने की व्यवस्था और नकद सहायता प्रदान की जानी चाहिए।