देश के लिए हद से गुजर जाते हैं जवान, याद रखें उनका बलिदान
वर्ष 2001 में बिलावर के कटली गांव में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र शर्मा व उनके ड्राइवर हवलदार सरदार गुरबचन सिंह का बुधवार को बलिदान दिवस मनाया गया।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : वर्ष 2001 में बिलावर के कटली गांव में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र शर्मा व उनके ड्राइवर हवलदार सरदार गुरबचन सिंह का बुधवार को बलिदान दिवस मनाया गया। लायंस क्लब आरएसपुरा और राज्य पुलिस के सहयोग से शहीद देवेंद्र चौक पर स्थित स्मारक पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी गई। समारोह में शहीद के परिवार वालों के अलावा एसपी हेडक्वार्टर रमनीश गुप्ता, पूर्व मंत्री चौ. शामलाल, डीडीसी सदस्य आरएसपुरा प्रो. गारूराम भगत आदि लोग मुख्य रूप से मौजूद रहे। लोगों ने कहा कि हमारे जवान आतंकियों से देश की सुरक्षा करते हैं, तभी देश के नागरिक चैन की नींद सोते हैं। पुलिस के जवानों ने पूरे सम्मान के साथ शहीदों को नमन किया।
एसपी हेडक्वार्टर रमनीश गुप्ता ने कहा कि राज्य पुलिस का हर जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी देता है। आजादी के बाद से अब बड़ी संख्या में हमारे जवान देश के लिए अपना बलिदान दे चुके हैं। इन्हीं बलिदानियों की बदौलत राज्य पुलिस का पूरे देश में प्रसिद्ध है। गुप्ता ने कहा कि चाहे देश के लिए शहादत की बात हो या फिर कानून व्यवस्था बनाए रखने की, पुलिस पूरी तरह अपना फर्ज निभा रही है। हम सबको ऐसे शहीद जवानों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र शर्मा जैसे बलिदानियों के कारण ही हम लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं। उनका कहना है कि राज्य में आतंकवाद के बीच हमारे बहादुर जवान इसका मुंहतोड़ जबाव दे रहे र्ह। उन्होंने कहा कि हमें शहीदों का पूरा सम्मान करना चाहिए। पूर्व मंत्री चौ. शामलाल ने कहा कि शहीद देवेंद्र शर्मा व गुरबचन सिंह जैसे वीर जवानों के कारण ही आज हमार देश सुरक्षित हैं। उन्होंने चाहे पुलिस हो या फिर हमारे सेना के जवान लगातार आंतकियों से लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज का कर्तव्य बनता है कि हम इन शहीद जवानों को हमेशा याद रखना चाहिए। इस अवसर पर विशेष रूप से आयोजित शिविर में लोगों को कैंसर से बचाव के बारे में बताया गया और उनकी जांच भी की गई। इस मौके पर एसडीपीओ आरएसपुरा शब्बीर खान, थाना प्रभारी जयपाल शर्मा, लायंस क्लब के प्रधान दीप शर्मा, पूर्व प्रधान स्वतंत्र सिंह, पूर्व प्रधान कुलदीप गुप्ता, एमएल खन्ना, केवलकृष्ण शर्मा, कुलदीप राज, पदमदेव रैना, अशोक गुप्ता, गिरधारीलाल, जनकराज आदि लोग मौजूद रहे।