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Militancy In Kashmir: पाक आतंकी बाबर ने किया राजफाश, कहा- LeT सर्दियों में घुसपैठ के लिए तैयार कर रहा दस्ते

Militancy in Kashmir LeT ने आतंकी गतिविधियों में 1999 में अचानक तेजी लाई। JeM के सक्रिय होने से पहले लश्कर को कश्मीर में बड़ा आतंकी संगठन माना जाता था। वर्ष 2016 में भारतीय सेना की PoK में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद लश्कर ने कश्मीर में गतिविधियों में कमी लाई।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 07:24 AM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 08:42 AM (IST)
Militancy In Kashmir: पाक आतंकी बाबर ने किया राजफाश, कहा- LeT सर्दियों में घुसपैठ के लिए तैयार कर रहा दस्ते
उड़ी सेक्टर में पकड़े गए पाक आतंकी अली बाबर ने लश्कर व आइएसआइ की साजिशों का राजफाश किया है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : मुंबई और उड़ी में आत्मघाती हमलों को अंजाम देने वाला लश्कर-ए-तैयबा कश्मीर में फिर से साजिशों का जाल बुनने के लिए सक्रिय हो गया है। पिछले दो साल से लश्कर अपने हिट स्क्वायड द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के नाम से स्थानीय आतंकियों से वारदातों को अंंजाम दे रहा है। उसने कश्मीर में नए आतंकियों की भर्ती के साथ गुलाम कश्मीर से प्रशिक्षित आतंकियों को जम्मू कश्मीर में हथियारों के साथ भेजना शुरू कर दिया है।

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सर्दियों में घुसपैठ करने वाले आतंकी दस्ते तैयार कर रहा है। उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर हिमपात से विभिन्न रास्तों के बंद होने से पूर्व वह 60 आतंकियों की घुसपैठ कराने की फिराक में है। इसमें पाक की खुफिया एजेंसी आइएसआइ पूरी मदद कर रही है। तीन दिन पहले उड़ी सेक्टर में पकड़े गए पाक आतंकी अली बाबर ने लश्कर व आइएसआइ की साजिशों का राजफाश किया है।

जम्मू कश्मीर में लश्कर ने आतंकी गतिविधियों में 1999 में अचानक तेजी लाई थी। जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय होने से पहले लश्कर को कश्मीर में बड़ा आतंकी संगठन माना जाता था। वर्ष 2016 में भारतीय सेना की गुलाम कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद लश्कर ने कश्मीर में गतिविधियों में कमी लाई।

पुलवामा हमले और पांच अगस्त 2019 के बाद लश्कर कश्मीर में लगभग निष्क्रिय हो गया था। दो वर्षों के दौरान लश्कर ने कश्मीर में अपने पाकिस्तानी या गुलाम कश्मीर के कैडर की घुसपैठ से परहेज किया। लश्कर सरगनाओं ने स्थानीय आतंकियों को टीआरएफ के नाम पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का जिम्मा दिया। सुरक्षाबलों ने दो साल के दौरान टीआरएफ के जिस आतंकी को ट्रेनिंग पकड़ा या मुठभेड़ में मार गिराया, वह लश्कर के साथ जुड़ा हुआ था।

कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों में सक्रिय वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लश्कर में कुछ स्थानीय लड़कों के भर्ती होने की पुष्टि हुई। लश्कर की आतंकियों की पहली घुसपैठ इसी माह उड़ी में हुई है। लश्कर के आतंकियों ने एक सप्ताह में उड़ी में तीन बार घुसपैठ का प्रयास किया है। बीते सप्ताह टंगडार में पाक सेना ने जंगबंदी का उल्लंघन किया था। टंगडार में जब स्थिति का जायजा लिया तो पता चला कि घुसपैठ की फिराक में बैठे आतंकियों को कवर फायर देने और भारतीय जवानों का ध्यान बंटाने के लिए पाक सैनिकों ने भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी की थी।

सेना ने उड़ी में जिस पाक आतंकी अली बाबर को पकड़ा है,उसने भी लश्कर और पाक की खुफिया एजेंसी के नापाक मंसूबों के बारे में बताया कि अलग अलग लांचिंग पैड पर पांच से छह आंतंकियों के 10 गुट घुसपैठ के लिए तैयार किए हैं। इन्हेें नवबंर से पहले जम्मू कश्मीर में धकेलने की साजिश है। लश्कर के कुछ आतंकियों को गुलाम कश्मीर के उस हिस्से में ले जाया गया,जहां बर्फ है। इन्हें बर्फ में पैदल चलने, हथियार चलाने और पहाड़ चढऩे की ट्रेनिंग दी जा रही है। 


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