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Jammu Kashmir Article 370: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद तेजी से सुधर रहे हालात

Jammu Kashmir Article 370 2019 में जनवरी-फरवरी के दौरान करीब 112 और 2020 में 36 लोगों की मौत हुई थी। ये आंकड़े बताते हैं कि नए जम्मू-कश्मीर में 2019-2020 की तुलना में 2021 में बहुत सुधार आया है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 02 Mar 2021 07:52 AM (IST)Updated: Tue, 02 Mar 2021 07:52 AM (IST)
Jammu Kashmir Article 370: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद तेजी से सुधर रहे हालात
बीते दो साल में लोगों के भीतर सुरक्षा और विश्वास की भावना मजबूत हुई है।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर में अब आतंकी हिंसा पर अनुच्छेद-370 की समाप्ति का असर साफ नजर आने लगा है। मौजूदा वर्ष के पहले दो माह की तुलना अगर पिछले दो वर्षों के पहले दो महीने के आंकड़ों से करें तो पता चलेगा कि जम्मू-कश्मीर में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं।

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आतंकी ङ्क्षहसा में मौतें भी लगातार कम हो रही हैं। वर्ष 2021 में पहले दो माह के दौरान पूरे प्रदेश में एलओसी से लेकर भीतरी हिस्सों में 18 लोगों की मौत हुई है। वहीं, 2019 में जनवरी-फरवरी के दौरान करीब 112 और 2020 में 36 लोगों की मौत हुई थी। ये आंकड़े बताते हैं कि नए जम्मू-कश्मीर में 2019-2020 की तुलना में 2021 में बहुत सुधार आया है।

बता दें कि इस साल दो महीनों में सुरक्षाबलों के साथ सिर्फ तीन ही बड़ी मुठभेड़ हुई है, जिसमें आठ आतंकी मारे गए हैं। इनमें हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकी वारिस हसन, आरिफ बशीर और सैयद आसिफ उल हक के अलावा अल-बदर के तीन आतंकी सुहैल शेख उर्फ अजीम, शाहिद अहमद डार उर्फ फुरकान और मुदस्सर अहमद वागे के अलावा लश्कर-ए-मुस्तफा के दो आतंकी जुनैद अहमद व एक अन्य बीते सप्ताह ही अनंतनाग में मारे गए हैं।

उत्तरी कश्मीर में इस साल अब तक एक भी आतंकी नहीं मारा गया है। दो आतंकियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण भी किया है। वहीं, इस वर्ष अब तक सिर्फ एक ही नागरिक की आतंकी हमले में मौत हुई है और वह कृष्णा ढाबा के मालिक का पुत्र आकाश मेहरा है। उस पर 17 फरवरी को आतंकियों ने हमला किया था। हमले में लिप्त तीनों आतंकी भी पकड़े जा चुके हैं।

वहीं, इस वर्ष अब तक शहीद हुए आठ सुरक्षाकॢमयों में चार सैन्यकर्मी सिपाही रविंद्र, हवालदार निर्मल सिंह, सिपाही निशांत शर्मा और सिपाही लक्ष्मण पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए हैं। एक अन्य सैन्यकर्मी दीपक कुमार अनंतनाग में आइईडी धमाके में शहीद हुए। तीन अन्य शहीद सुरक्षाकर्मी जम्मू-कश्मीर पुलिस से संबंध रखते हैं। इनमें एक एसपीओ अल्ताफ अहमद नजार करीब 10 दिन पूर्व बडग़ाम में शहीद हुए, जबकि दो अन्य पुलिसकर्मी मोहम्मद यूसुफ और सुहैल अहमद श्रीनगर के बागात बरजुला में आतंकी हमले में शहीद हुए हैं।

सुरक्षाबलों को लोगों का मिल रहा सहयोग : राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे अभियानों और आम लोगों द्वारा सुरक्षाबलों के साथ किए जा रहे सहयोग के कारण ही आतंकी घटनाओं में लगातार कमी आ रही है। बीते दो साल में लोगों के भीतर सुरक्षा और विश्वास की भावना मजबूत हुई है। 

तीन वर्ष के पहले दो महीने के आंकड़े

वर्ष 2019 : पहले दो माह

  • कुल मौतें : 112
  • आतंकी ढेर : 37
  • सुरक्षाकर्मी शहीद : 68
  • नागरिकों की मौत : 7

वर्ष 2020 : पहले दो माह

  • कुल मौतें : 36
  • आतंकी ढेर : 25
  • सुरक्षाकर्मी शहीद : 6
  • नागरिकों की मौत : 3
  • सैन्य कुली की मौत : 2

वर्ष 2021 : पहले दो माह

  • कुल मौतें : 18
  • आतंकी ढेर : 8
  • सुरक्षाकर्मी शहीद : 8
  • नागरिकों की मौत : 2

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