कारोबारियों के भारत बंद का जम्मू में नहीं दिखा असर
जागरण संवाददाता जम्मू जीएसटी प्रक्रिया की जटिलता के विरोध में कंफेडरेशन आफ आल इंडिय
जागरण संवाददाता, जम्मू : जीएसटी प्रक्रिया की जटिलता के विरोध में कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के 26 फरवरी के भारत बंद का जम्मू में कहीं कोई असर नहीं दिखा। कैट के सदस्यों ने गांधी नगर गोल मार्केट में सांकेतिक प्रदर्शन कर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया। उन्होंने सरकार से जीएसटी रिटर्न भरने की प्रक्रिया को सरल बनाने और इंस्पेक्टर राज पर रोक लगाने की मांग की।
चैंबर आफ ट्रेडर्स फेडरेशन (सीटीएफ) जम्मू के प्रधान व कैट के राष्ट्रीय उपप्रधान नीरज आनंद की अगुआई में व्यापारियों, टैक्स प्रेक्टीशनर्स व ट्रांसपोर्ट क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने कैट के भारत बंद का समर्थन करते हुए यह प्रदर्शन किया। नीरज आनंद ने कहा कि जब देश में जीएसटी लागू हुआ था तो देश का व्यापारी काफी उत्साहित था। उसे लग रहा था कि अब उसे तरह-तरह के टैक्स से छुटकारा मिल जाएगा और सिर्फ एक टैक्स होगा, लेकिन मोदी सरकार ने जीएसटी की प्रक्रिया को इतना जटिल बना दिया है कि इससे व्यापारी परेशान है। केवल व्यापारी ही नहीं, टैक्स प्रैक्टिशनर्स भी 24 घंटे काम करके जीएसटी के तहत औपचारिकताएं पूरी नहीं कर पा रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान जेएंडके मोटर्स ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन के प्रधान गजन सिंह समेत अन्य मौजूद रहे। जीएसटी में कई प्रावधान आम व्यापारी की समझ से बाहर
टैक्स प्रैक्टिशनर्स बार एसोसिएशन के प्रधान नेत्र भंडारी ने कहा कि जीएसटी के कानून में कई खामियां हैं। सरकार खुद के बनाए जीएसटी में अब तक 900 से ज्यादा संशोधन कर चुकी है। हैरानी है कि व्यापारी को अपनी रिटर्न में संशोधन करने का अधिकार नहीं। भंडारी ने कहा कि जीएसटी में कई ऐसे प्रावधान है जो उनके जैसे विशेषज्ञों की भी समझ से बाहर हैं। ऐसे में आम व्यापारी कहां समझ पाएगा और कैसे औपरचारिकताएं पूरी कर पाएगा।